सीतामढ़ी/रविशंकर सिंह। जिले के रीगा प्रखंड क्षेत्र की एक महिला बंध्याकरण ऑपरेशन के बाद भी गर्भवती हो गई है। यह सुनने में हर किसी को अटपटा लगेगा। किसी को भी एक पल के लिए इस पर यकीन नही होगा, लेकिन मामला सोलह आना सच है। इसका खुलासा महिला के पति ने ही किया है। पति ने डीएम को एक आवेदन देकर इसकी शिकायत की है और उचित कार्रवाई की मांग की है। मामला उजागर होने के बाद लोग तरह – तरह के सवाल खड़ा कर रहे है।
रीगा पीएचसी में हुआ था ऑपरेशन।गर्भवती महिला के पति ने डीएम को आवेदन देकर उन्हें जानकारी दी है कि रीगा पीएचसी में पत्नी के बंध्याकरण का ऑपरेशन कराया था। यह ऑपरेशन 21 जनवरी 21 को हुआ था। बंध्याकरण के बावजूद पत्नी के गर्भवती होने की बात कही है। पति की माने, तो गर्भ धारण करने के बाद से पत्नी लगातार कमजोर होती जा रही है। इस समस्या के निदान के लिए वह पीएचसी के चिकित्सक से संपर्क किया, लेकिन कोई माकूल जवाब नही मिला। वह इसको लेकर परेशान है।-एनजीओ भी है खामोश।
पति ने डीएम को बताया है कि पीएचसी में एनजीओ द्वारा ऑपरेशन शिविर लगाई गई थी। एनजीओ वाले से संपर्क करने पर कहा गया कि वह खर्च की भरपाई करेगा। आज कल करते – करते अब एनजीओ के सरोज कुमार हर्जाना देने से मुकर गए है। उसने डीएम से मामले की जांच करा उचित कार्रवाई करने की मांग की है। गौरतलब है कि ऐसा केस बहुत कम ही सुनने को मिलता है।सूत्रों ने बताया कि इस तरह के केस में स्वास्थ्य विभाग आर्थिक भरपाई करती है।पूर्व से ही इसका प्रावधान है।
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