Rakesh Kumar : बिहार के सीवान में आरपीएफ इंस्पेक्टर अजय कुमार यादव, हेड कॉन्स्टेबल प्रियरंजन सहित चार लोगों को बुधवार को सीबीआई ने अरेस्ट किया है. ये सभी एक निजी होटल में किसी से डीलिंग कर रहे थे. मामला शहर के बबुनिया रोड स्थित होटल का है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इंस्पेक्टर अजय कुमार यादव,हेड कॉन्स्टेबल प्रियरंजन सहित चार पुलिसकर्मी किसी मामले में डीलिंग कर रहे थे. इसकी सूचना पहले से सीबीआई टीम को थी. इसी जानकारी के आधार पर पटना सीबीआई की 20 सदस्यीय टीम सीवान पहुंची. वहां होटल में पार्टी मना रहे इंस्पेक्टर सहित चार लोगों को रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया.
बताया जा रहा कि जब एक निजी होटल में सीबीआई ने रेड किया उस समय आरपीएफ इंस्पेक्टर अजय कुमार यादव ने सीबीआई टीम के अधिकारियों से हाथा पाई भी कर ली. इसके बाद सीबीआई की टीम अपने साथ गिरफ्तार चारों पुलिसकर्मियों को एफसीआई गोदाम लेकर चली गई. हालांकि इंस्पेक्टर को होटल में गिरफ्तार करने के बाद आरपीएफ पोस्ट स्थित उनके कार्यालय की भी काफी बारीकी से सीबीआई ने जांच की. वहा्ं कागजों को खंगाला. उसके बाद आरपीएफ पोस्ट को सील कर दिया. इंस्पेक्टर प्रियरंजन के कार्यालय के एक एक समानों की जांच हुई. हालांकि गिरफ्तारी के बाद से पूरे वाराणसी मंडल में हड़कंप मच गया है .इस घटना की सूचना जैसे ही असिस्टेंट कमांडेंट को मिली वो भी भागे भागे आरपीएफ पोस्ट पहुंचे. बताया जा रहा कि रेलवे टिकट को लेकर पैसे वसूली करने और ब्लैक में टिकट देने का मामला है.
जानकारी के अनुसार आरपीएफ इंस्पेक्टर अजय कुमार यादव, हेड कांस्टेबल कुमार प्रियरंजन, कांस्टेबल दुर्गेश प्रसाद एवं चालक तरवारा मोड़ स्थित एक होटल में पहुंचे. यहां पहले से कुछ लोग मौजूद थे जिनसे उन लोगों की बात होने लगी. बातचीत के दौरान इन लोगों ने कुछ खाने (हांडी मीट) का ऑर्डर दिया. इस दौरान इन लोगों के कमरे में मौजूद एक व्यक्ति ने आरपीएफ इंस्पेक्टर को कुछ रुपये दिए.
इसी बीच जैसे ही ऑर्डर आया तब तक सीबीआई की टीम ने छापेमारी कर दी. आरपीएफ इंस्पेक्टर के पॉकेट से रुपये बरामद किए. इस घटना के बाद आरपीएफ पोस्ट पर सन्नाटा फैला है. जीआरपी थाना प्रभारी सुधीर कुमार सिंह भी पहुंचे थे. उनसे जानने का प्रयास किया गया, लेकिन कुछ नहीं बताया. वहीं ड्यूटी पर तैनात एक आरपीएफ के जवान कॉन्स्टेबल संतोष कुमार ने बताया कि 12 बजे दोपहर से आरपीएफ इंस्पेक्टर और भी कुछ लोग बाहर गए हैं जो अभी तक ऑफिस नही पहुंचे हैं.