Pulin Tripathi, Beforeprint : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मिशन 2024 पर इन दिनों संकट बढ़ता जा रहा है। एक ओर जहां भाजपा के तमाम दिग्गज उन्हें 2029 तक पीएम की पदवी पर बैठाने के लिए दिन रात एक कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर विपक्ष का महागठबंधन उनके लिए चिंता का विषय बना हुआ है। इस बीच जो खबरें आ रही हैं उनके मुताबिक कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा इन दिनों मध्य प्रदेश में भारी जन सैलाब लेकर आगे बढ़ रही है। राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट ने एक साथ हाथ मिला लिया है। उस पर तुर्रा यह कि अडानी ग्रुप के एनडीटीवी पर कब्जा करने के बाद प्रणव रॉय, राधिक राय के इस्तीफे के बाद अब रवीश कुमार ने भी NDTV से टाटा-बाय-बाय कर ली है।
सत्ता का तो ध्रुवीकरण करने में मोदी 2014 के आम चुनाव में सफल हो गए थे। पर अब विपक्ष के ध्रुवीकरण को काटने का कोई चक्र उनके पास नहीं दिखाई दे रहा है। तभी तो बिहार में जब जदयू (नीतीश कुमार नीत) ने राजद यानी लालू यादव से हाथ मिला लिया तो वे कुछ नहीं कर पाए। पार्टी के तमाम नेता सिर्फ बयान बाजी करते रह गये। तेजस्वी और नीतीश की जोड़ी बिहार में चाचा-भतीजे की जोड़ी बन कर बीजेपी को सत्ता से बेदखल कर गई। सुशील कुमार मोदी, विजय कुमार सिन्हा हों या संजय जायसवाल सब लकीर पीटते रह गए।
उधर राजस्थान में भी अशोक गहलोत और सचिन पायलट की जुगलबंदी भारतीय जनता पार्टी के लिए चिंता का विषय बन गई है। और इस सबसे ऊपर राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा ने भी बीजेपी के मठाधीशों के माथे पर बल ला दिया है। बात करते हैं राहुल गांधी या कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा की तो। यात्रा शुरू होते ही यह प्रचार किया जाने लगा कि देखो राहुल ने 44 हजार की टी शर्ट पहनी है। जबाव में कांग्रेस की भी आईटी सेल सक्रिय हुई और पीएम के सूट से लेकर उनके चश्मे तक की कीमत लेकर सामने प्रकट हो गई। जिनकी कीमत करोड़ों में थी। फिर कहा गया उनका काफिला वीआईपी है। वैनिटी वैन में वह रात गुजारते हैं। आदि आदि। इस सब का राहुल गांधी पर कोई असर नहीं हुआ। वह कभी बच्चों को दुलारते तो कभी बुजुर्गों को साथ लेकर चलते रहे। कभी आरोप लगा कि उनके काफिले में राष्ट्रविरोधी नारे लग रहे हैं। पर आरोपों की धज्जियां भी उड़ती रहीं।
85 दिन बाद भी तमाम लोगों को साथ लेता हुआ उनका काफिला फिलहाल एमपी में टहल रहा है। राहुल गांधी अब तक 7 राज्यों के 36 जिलों से गुजरकर 2300 किलोमीटर से ज्यादा का सफर तय कर चुके हैं। आरोप पुख्ता होते तो जनाब यह मत भूलिएगा कि गृहमंत्री अमित शाह हैं। उन्हें तो किंग मेकर सरीखी उपाधि मिली हुई है। हां बात चल रही थी भारत जोड़ो यात्रा की 7 सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की। जिसकी 4 दिसंबर को राजस्थान पहुंचने की उम्मीद है। भारत जोड़ो यात्रा में राजस्थान वह राज्य है, जहां राहुल सबसे लम्बा सफर करेंगे। यहां उनकी यात्रा को तकरीबन 15 से 18 दिन में 521 किलोमीटर का सफर तय करना है।