सुपौल से गुंजा नारा ‘ब्राह्मण भारत छोड़ो’

सुपौल

SANDIP SINGH : जेएनयू के दीवारों पर लिखा नारा ‘ब्राह्मण भारत छोड़ो’ बिहार के छोटे शहर सुपौल में भी गुंजने लगा है। इस नारे को भरी सभा में कहने वाला राजद का राष्ट्रीय सचिव सह पिपरा विधानसभा के विधायक यदुवंश कुमार यादव है। सुपौल जिला स्थित निर्मली टाउन हॉल में पूर्व विधायक साहब ने संबोधित करते हुए कहा कि एक भी ब्राह्मण भारत देश का नहीं है। ये रशियन और यूरोशियन मूल के है। सभी विदेशों से आएं है। रूस से भागकर यह सब भारत आए हैं, अब यहां पर लड़ाई लगा रहे हैं।

हम लोगों के बीच फूट डालने का काम कर रहे हैं। इसलिए इनको यहां से भी भगाना पड़ेगा। इस हॉल में क्षेत्र के राजद के कई नेता शामिल थे। इससे पहले सुपौल विधानसभा के नजदीकी विधानसभा क्षेत्र मधेपुरा के विधायक और राज्य के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने भी रामचरित्र मानस पर बयान दिया था।

ललित नारायण मिश्रा जैसे ब्राह्मण नेताओं को दिया

शिक्षक भरत झा बताते हैं कि, “यह वही सुपौल क्षेत्र हैं, जिसने ललित नारायण मिश्रा और जगन्नाथ मिश्रा जैसे ब्राह्मण नेताओं को दिया है। इस क्षेत्र में आज तक जातीय और धार्मिक उन्माद की खबरें सुनने को नहीं मिली है। ऐसे में इस तरह का बयान निंदनीय है।

भाजपा युवा मोर्चा के निवर्तमान ज़िला अध्यक्ष प्रकाश झा बताते हैं कि, “एक तरफ़ बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव A to Z फ़ार्मूले की बात करते है। दूसरी तरफ़ उनके विधायक का ये बयान पूरे बिहार के ब्रह्मणो और ख़ासकर सवर्ण समाज को बाटने बाला है। सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए यदुवंश यादव ऐसा कर रहें है।”

90 वाला बिहार बनाने को तैयार है

सुपौल के छातापुर के विधायक नीरज सिंह बबलू पूरे मामले पर मीडिया को बताते हैं कि, “आगामी चुनाव में हार के डर से विपक्षी पार्टी जाति उन्माद फैलाने वाला बयान दे रहे हैं। ये लोग 90 के दशक वाला बिहार बनाने के लिए तैयार है।” बिहार कॉन्ग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष मदन मोहन झा ने बात करते हुए बताया कि मुझे इस तरह की किसी भी खबर की जानकारी नहीं है। जबकि मैं परसों ही सुपौल से आया हूं।”