शिवहर ब्रम्हाकुमारी में अलौकिक रक्षा बंधन महोत्सव मनाया गया

बिहार शिवहर

शिवहर, रविशंकर सिंह। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय शिवहर द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर अलौकिक रक्षाबंधन महोत्सव का आयोजन किया गया। स्थानीय सेवा केंद्र राज योग प्रशिक्षण केंद्र पर बड़े धूमधाम के साथ जिला प्रभारी ब्रम्हाकुमारी बहन भारतीय दीदी एवं जिले के विशिष्ट भाई बहनों की उपस्थिति में आयोजित कार्यक्रम किया। कार्यक्रम में नगर परिषद के निवर्तमान चेयरमैन अंशुमान नंदन सिंह भाजपा जिला मंत्री व रंजीत डेंटल क्लीनिक के डायरेक्टर डॉ. नूतन माला सिंह, पिपराही स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. रमाशंकर साह, जिला बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष शिशिर कुमार सहित पूर्व जिला परिषद सदस्य सामाजिक कार्यकर्ता अजब लाल चौधरी मौजूद थे। अलौकिक रक्षाबंधन महोत्सव पर बहन भारती ने बताया कि रक्षाबंधन का यह त्यौहार हमें पवित्रता के ढृढ व्रत एवं मर्यादाओं के मीठे बंधन की याद दिलाता है। इस बंधन में हम सब की सुरक्षा भी है व प्रगति भी है।

यह पर्व हमें परमात्मा सने के पवित्र बंधन से बांध कर उनकी छत्रछाया एवं रक्षा कवच का अनुभव कराता है जो हमारी मनोविकारो, एवं पाप कर्मों से रक्षा करते हैं और सुख-शांति संपन्न जीवन का वरदान देते हैं। उन्होंने बताया है कि यह भारतीय परंपराओं का एक ऐसा पर्व है जो केवल भाई बहन के रिश्ते के साथ-साथ सांस्कृतिक सामाजिक महत्व भी रखता है। जहां यह पर्व भाई बहन के रिश्ते को मजबूत बनाता है वहीं दूसरी ओर यह पर्व हमें समाज एवं प्रकृति की सुरक्षा भी सीखलाता है।

पिछले 15 वर्षों से अपनी कुशल प्रभारी ब्रह्मा कुमारी भारती दीदी के नेतृत्व में आध्यात्मिक के प्रचार-प्रसार के साथ-साथ समाज के सभी क्षेत्रों का एक सूत्र में जोड़ने का काम कर रही है उन्होंने बताया कि जैसे रक्षाबंधन का पर्व स्नेह का प्रतीक है, ठीक वैसे ही ब्रह्मा कुमारी आध्यात्मिक संस्था एक श्रेष्ठ एवं संपन्न समाज का जीवंत उदाहरण है।

बहन भारती ने उपस्थित अतिथियों सहित ब्रम्हाकुमारी के सदस्यों को जीवन के 7 मूल मंत्रो का शपथ भी दिलाया है। कहां है कि मैं शक्तिशाली आत्मा हूं, हमेशा खुश रहता हूं मेरा शरीर हमेशा स्वस्थ है, सारे रिश्ते बहुत प्यारे हैं, मेरा घर स्वर्ग है, भगवान हमेशा मेरे साथ है। इस पावन अवसर पर बहन भारती ने सभी के कलाइयों पर राखी बांधी और मुंह मीठा कराया।