नक्सल विरोधी अभियान में औरंगाबाद-अरवल में सक्रिय दस हार्डकोर माओवादी गिरफ्तार, एक मिला कोरोना पॉजीटिव, असलहे बरामद

औरंगाबाद बिहार

औरंगाबाद, बीपी प्रतिनिधि। अति नक्सल प्रभावित औरंगाबाद जिले में माओवादियों के खिलाफ लगातार चलाये जा रहे विशेष अभियान में पुलिस की दो टीमों ने छापेमारी कर अलग-अलग स्थानों से कुल दस हार्डकोर नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार नक्सली औरंगाबाद एवं अरवल जिले में बेहद सक्रिय रहे है। पुलिस कई मामलों में इन्हे सरगर्मी से तलाश रही थी। इनके पास से असलहे भी बरामद किये गये है। पुलिस कप्तान कांतेश कुमार मिश्रा ने बुधवार को यहां प्रेसवार्ता में बताया कि गुप्त सूचना मिली कि कई नक्सल कांडों में वांछित नक्सली मनीष उर्फ मनीष यादव क्षेत्र में भ्रमणशील है। इस सूचना उनके निर्देश पर अपर पुलिस अधीक्षक(अभियान) मुकेश कुमार के नेतृत्व में रफीगंज, पौथु एवं गोह थानाध्यक्ष का विशेष अनुसंधान दल तैयार कर गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की गयी।

छापेमारी में कई थानों के नक्सल कांडों में वांछित अरवल जिले के बंशी थाना के बलौरा निवासी मनीष उर्फ मनीष यादव, रफीगंज थाना के पड़राही निवासी कमलेश यादव, योगेंद्र यादव, पौथु थाना के दल बिगहा निवासी महेंद्र यादव, पौथु थाना के बनाही निवासी सरयू राम एवं गोह थाना के अजान निवासी देवीलाल यादव को जिले के विभिन्न क्षेत्रों से गिरफ्तार किया गया। इन गिरफ्तार नक्सलियों का टीम लीडर मनीष यादव अरवल एवं आसपास के जिलों में 15 नक्सलियों की टीम के साथ ईट भट्ठों से लेवी वसूला करता था, जिसे उसने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया है। छापेमारी में एक नक्सली के घर से 3.15 बोर का एक अवैध देशी रायफल, दो जिंदा कारतूस एवं एक खोखा बरामद किया गया है।

गिरफ्तार नक्सली मनीष यादव पर अरवल जिले के कुर्था थाना में लेवी वसूली से संबंधित कांड संख्या-157/22, वंशी थाना मेंआर्म्स एक्ट के तहत कांड संख्या-71/06, करपी थाना में हत्या व आर्म्स एक्ट के मामले में कांड सं.-159/11, औरंगाबाद जिले के बंदेया थाना में कांड सं.-12/17, गोह थाना में रंगदारी एवं आर्म्स एक्ट के मामले में कांड सं.-189/22, रफीगंज थाना में हत्या व आर्म्स एक्ट के मामले में कांड सं.-861/15 एवं 237/22 दर्ज है। वही कमलेश यादव के खिलाफ रफीगंज थाना में नक्सल कांड सं.-155/07 व 50/14 एवं गोह थाना में नक्सल व आर्म्स एक्ट के मामले में कांड सं.-140/13 दर्ज है। अन्य गिरफ्तार नक्सलियों का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है।

वही रफीगंज में पचरिया पुल के निर्माण में 19 जून को संवेदक से लेवी के रूप में रंगदारी मांगे जाने के आरोप में दर्ज रफीगंज थाना कांड सं.-217/ 22 का तकनीकी एवं वैज्ञानिक तरीके अनुसंधान करते हुए उद्भेदन किया गया है। इस मामले के उद्भेदन के लिए अपर पुलिस अधीक्षक(अभियान) के नेतृत्व में छापेमारी कर रफीगंज थानाध्यक्ष ने कई थाना के नक्सल कांडों में वांछित चार नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार नक्सलियों में जम्होर थाना के कुड़वां निवासी भीम पासवान, बौरा निवासी बाढू पासवान, संजय महतो एवं बहादुरपुर निवासी नरेश पासवान शामिल है। नक्सलियों की गिरफ्तार दूसरी टीम में कुल 12 नक्सली शामिल है, जो औरंगाबाद एवं आसपास के जिलों में ईट भट्ठों से लेवी वसूलने का काम करते है। इस बात को इनके द्वारा पुलिस के समक्ष स्वीकार किया गया है।

छापेमारी में नक्सली संजय पासवान के घर से एक अवैध देशी कट्टा, दो जिंदा कारतुस एवं तीन मोबाईल बरामद किया गया है।गिरफ्तार नक्सली भीम पासवान पर नक्सल व आर्म्स एक्ट के मामले में जम्होर थाना में कांड सं.-27/07, 16/10 एवं 69/15 दर्ज है। अन्य गिरफ्तार नक्सलियों का भी आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है। शेष नक्सलियों की गिरफ्तारी के लिए विभिन्न संदिग्ध ठिकानों पर लगातार छापेमारी जारी है और इसमे सफलता मिलने की पूरी उम्मीद है।

उन्होने कहा कि गिरफ्तारी के बाद मेडिकल जांच में एक नक्सली कोरोना पॉजीटिव पाया गया है। इस कारण पुलिस अभिरक्षा में उसका इलाज कराया जा रहा है। एसपी ने कहा कि दोनों टीमों के छापेमारी अभियान में इन नक्सलियों की गिरफ्तारी से कई नक्सल कांडों का उदभेदन हुआ है एवं नक्सलियों का मनोबल काफी गिरा है। नक्सली गतिविधियों पर अंकुश लगाने हेतु पुलिस का छापेमारी अभियान लगातार जारी है।