फासीवाद को उखाड़ फेंकने और जनता का भारत बनाने के संकल्प के साथ माले का दो दिवसीय जिला सम्मेलन संपन्न

बिहार मुजफ्फरपुर

कृष्ण मोहन फिर चुने गए जिला सचिव

मुजफ्फरपुर, बिफोर प्रिंट। भाकपा-माले का दो दिवसीय दसवां मुजफ्फरपुर जिला सम्मेलन गायघाट के केवटसा हाईस्कूल में संविधान व लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्ष तेज करने तथा शहीदों का भारत बनाने के संकल्प तथा 29 सदस्यीय जिला कमेटी के चुनाव के साथ संपन्न हुआ। कमिटी में जिला सचिव कृष्णमोहन, जितेन्द्र यादव, शत्रुघ्न सहनी, सूरज कुमार सिंह, आफताब आलम, रामबालक सहनी, रामनंदन पासवान, बिन्देश्वर साह, मनोज यादव, रामबली मेहता, संजय दास, विमलेश मिश्र, राजेश रंजन, असलम रहमानी, फहद जमां, होरिल राय, वीरेंद्र पासवान, शर्मिला देवी, विश्वकर्मा शर्मा, परशुराम पाठक, इंद्रजीत कुमार बबलू, विवेक कुमार, रानी प्रसाद, मुकेश कुमार पासवान, दीपक कुमार, वीरबहादुर सहनी, कुसुमी देवी, रौशन कुमार व उमेश भारती शामिल हैं।

सम्मेलन को संबोधित करते हुए माले केन्द्रीय कमेटी सदस्य सह ऐपवा की राष्ट्रीय महासचिव मीना तिवारी ने कहा कि अभी बिहार की सत्ता से भाजपा को बेदखल किया गया है अब आगे संघर्ष तेज़ कर 2024 में केन्द्र की मोदी सरकार को उखाड़ फेंका जाएगा।उन्होंने कहा कि बेतहाशा महंगाई, बेरोजगारी और आर्थिक संकट से आमलोग त्रस्त हैं। देश की बुनियादी संपदा रेल, बैंक, कल-कारखाने,जल-जंगल-जमीन यानी सबकुछ कॉरपोरेट कंपनियों खासकर अंबानी-अडाणी के हवाले किया जा रहा है। देश में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ सांप्रदायिक जहर घोला जा रहा है।

सम्मेलन के राज्य पर्यवेक्षक माले राज्य कमिटी सदस्य बैद्यनाथ यादव ने कहा कि आज देश में जारी फासीवादी कॉरपोरेट हमले के खिलाफ चौतरफा जनप्रतिरोध तेज करने का संकल्प लेने का समय है। उन्होंने फासीवादी चुनौती से जूझने के लिए पूरी पार्टी को क्रांतिकारी ऊर्जा के साथ जुट कर भाजपा हटाओ, देश बचाओ नारे के साथ आंदोलन को तेज़ करने पर बल दिया।

माले नेता जितेंद्र यादव ने कहा कि आज के दौर की चुनौती से मुकाबला के लिए जरूरी है कि पार्टी को सांगठनिक, राजनीतिक और वैचारिक तौर पर और मजबूत किया जाए। पार्टी सदस्यों की विशाल संख्या के बिना हम किसी भी चुनौती का कारगर ढंग से मुकाबला नहीं कर सकते। भूमि, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार जैसे सवालों पर संघर्ष तेज करने की जरूरत है।

सम्मेलन में 40प्रतिनिधियों ने बहस में हिस्सा लिया जिसमें कई महिला और नौजवान कार्यकर्ता भी शामिल थे। राज्य कमिटी सदस्य शत्रुघ्न सहनी, सूरज कुमार सिंह व आफतब आलम सहित रामबालक सहनी ने भी सम्मेलन को संबोधित किया।

सम्मेलन के अध्यक्ष मंडल में वरिष्ठ माले नेता रामनंदन पासवान, मनोज यादव, रामबली मेहता, असलम रहमानी,रानी प्रासाद, विजनेस यादव, बिन्देश्वर साह शमिल थे। अगले साल 15-20 फरवरी को पटना में आयोजित पार्टी के 11वें राष्ट्रीय महाधिवेशन की तैयारी में जी-जान से लगने तथा कम्युनिस्ट इंटरनेशनल के गाने और जोशीले नारे के साथ सम्मेलन समाप्त हुआ।