बक्सर/विक्रांत। वीर कुंवर सिंह विश्व विद्यालय से जुड़े आधा दर्जन कालेज के हजारों गरीब परिवार के छात्र छात्रा स्टुडेंट क्रेडिट कार्ड का लाभ पाने से अब तक वंचित है। शिक्षा विभाग के पोर्टल से कालेजो का नाम गायब है। स्टुडेंट क्रेडिट कार्ड निर्गत कराने को लेकर सैकड़ो छात्र छात्राएं मायूशी का आलम व्याप्त है। मायूश छात्र छात्राएं प्रायः बक्सर जिला निबंधन कार्यालय सह परामर्श केन्द्र का चक्कर लगाने पर मजबूर है।
जिला निबंधन कार्यालय के एक कर्मचारी ने अपना पद व नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि अभी तक बक्सर जिला के एम.भी.कालेज, डी.के.कालेज, कृषि महाविद्यालय, एलबीटी कालेज, के.के.मंडल कालेज एवं एमसी चैसा कालेज का नाम शिक्षा विभाग के पोर्टल पर अकिंत है। लेकिन डुमरंाव अनुमंडल के अन्य कालेजो में सुमित्रा महिला कालेज, डी.के.मेमोरियल कालेज, एसएसबी कालेज सिमरी आदि नाम शिक्षा विभाग के पोर्टल से गायब है।
ताज्जुब की बात तो यह है कि सुमित्रा महिला कालेज की प्राचार्य डा.शोभा सिंह द्वारा शिक्षा विभाग के उच्च निदेशालय, वीर कुंवर सिंह विश्व विद्यालय के कुलपति, कुलसचिव के आलावे जिलाधिकारी एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी के नाम पत्र भेज कर छात्राओं को स्टुडेंट क्रेडिट कार्ड का लाभ दिलवाने के लिए आग्रह किया गया। लेकिन प्राचार्य द्वारा भेजे गए पत्र पर किसी संबधित अधिकारी द्वारा अब तक ध्यान नहीं दिया गया है।
जिला निबंधन कार्यालय सह परामर्श केन्द्र की डीआरसीसी सुनिता कुमारी सिंह ने बताया कि उच्च शिक्षा के सामान्य पाठ्क्रमों एवं विभिन्न व्यवसायिक एवं तकनिकी पाठ्यक्रमों के लिए बिहार राज्य वित्त निगम के माध्यम से छात्र छात्राओं को शिक्षा ऋण के लिए स्टुडेंट क्रेडिट कार्ड निर्गत करने के लिए आनलाईन आवेदन पत्र जमा लिया जाता है। डीआरसीसी ने बताया कि जिस कालेज का नाम शिक्षा विभाग के पोर्टल पर अकिंत नहीं है।
उस कालेज के छात्र छात्राओं को स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड का लाभ नहीं मिल सकता है। कालेज प्रबंधन अपनी शिकायत सीधे विश्व विद्यालय प्रबंधन, उच्च शिक्षा निदेशालय एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी से कर सकते है। वीर कंुवर सिंह विश्व विद्यालय के कुलसचिव डा.धीरेन्द्र कुमार सिंह से पूछे जाने पर बताया कि स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड से वंचित छात्र छात्राओं को लाभ दिलाने की दिशा में उच्च शिक्षा निदेशालय पटना से पत्राचार किया जाएगा। शिक्षा विभाग के पोर्टल पर महाविद्यालय के नाम का नहीं रहने के बावत उच्च शिक्षा निदेशालय से संर्पक कर समस्या का निष्पादन जल्द ही कराया जाएगा।
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