Khagaul में अतिक्रमण, अवैध कमाई, भेदभाव और वोट के फायदा को लेकर मकड़जाल में फंसा

पटना बिहार

Khagaul, Beforeprint : पिछले शनिवार को खगौल में पहली बार, वर्षों से चप्पे चप्पे में व्याप्त अतिक्रमण पर, नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी संजीव कुमार और खगौल पुलिस के संयुक्त देखरेख में बुलडोजर चलाया गया। लेकिन अवैध कमाई, भेदभाव और वोट के फायदा को लेकर मकड़जाल में फंस कर, पूर्वानुमान के अनुरूप रूक गया है| वहीं इस संबंध में नगर के विशेष कार्यपालक पदाधिकारी संजीव कुमार का कहना है कि विना किसी भेदभाव के निश्चित रूप से फिलहाल 15-15 दिनों पर अतिक्रमण हटाने का काम जारी चलेगा| इस के लिए पर्याप्त पुलिस बालों की मांग किया गया है कि अतिक्रमण हटाने में कोई परेशानी नहीं हो|

स्थानीय जनता और सूत्रों का माने तो नगर परिषद के कुछ स्वार्थी और प्रभाव वाले लोगों के साथ-साथ सरकार और प्रशासन के लोगों द्वारा कुछ चहेते अतिक्रमणकारियों को संरक्षण दिये जाने के कारण यहाँ अतिक्रमण हटाना सरकार और प्रशासन के लिए चैलेंज बना हुआ है| यह सीधा न्यायालय की अवहेलना है| यही कारण है कि अतिक्रमण हटाने आए लोगों में ही आपस में मतभेद होने से, अतिक्रमण हटाने का काम भी बीच में ही रोक दिया गया|

इन सारी बातों को लेकर लोगों में आशंका व्याप्त है कि, यह चलेगा नहीं प्रशासन सिर्फ दिखावा कर रहा है| आम जनता और दूकानदारों का कहना है कि, येसा नहीं कि कुछ जगह पर अतिक्रमण हटा कर बाँकी जगह छोड़ दिया जाय| विना भेदभाव के, ईमानदारी से अतिक्रमण हटाया जाना चाहिए, इस में हम सभी प्रशासन के साथ हैं,अगर येसा नहीं हुआ तो, मजबूरन धरना और प्रदर्शन हो सकता है, इसकी ज़िम्मेदारी संबन्धित विभाग और प्रशासन की होगी|

आम लोगों का कहना है कि सब से पहले पूरे खगौल के मुख्य से अतिक्रमण हटाया जाना चाहिए| मुख्य बाजार में पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है| सही से मुश्किल समय में एंबुलेंस या फिर पुलिस कि गाड़ी निकल जाये आसान नहीं है| कभी–कभी ट्रेन के यात्रियों का ट्रेन भी छुट जाता है| मांग यह भी है कि संबन्धित विभाग द्वारा नगर में वेंडर जोन और पार्किंग कि व्यवस्था कराया जाना चाहिए| वहीं दूसरी ओर दुकानदारों में इस बात को लेकर, काफी आक्रोश देखा गया कि, अतिक्रमण हटाने से पहले सूचना नहीं दिया गया|