स्टेट डेस्क/ पटना। बिहार में एनडीए की सरकार गिरने के बाद सीएम नीतीश ने महागठबंधन के साथ मिलकर नई सरकार बनाई। इस वक़्त बीजेपी बिहार में सत्ता से बाहर है। वही बीजेपी के नेता लगातार जेडीयू पर आरोप लगाए जा रहे हैं लेकिन जेडीयू के नेता भी बीजेपी के आरोपों पर पलटवार कर रहे हैं। वही जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने बीजेपी नेता सुशील मोदी पर निशाना साधा हैं।
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि सुशील मोदी ने बयान दिया है कि “जेडीयू का आरजेडी में विलय हो जाएगा” यह अत्यंत आपत्तिजनक ही नहीं बल्कि अपमानजनक भी है. बीजेपी के नेता लोग लगातार गलबज्जा कर रहें हैं कि जेडीयू और हमारे नेता पर उनकी पार्टी की बड़ी कृपा है। बीजेपी ने ही नीतीश कुमार को केन्द्र में मंत्री बनाया और उन्होंने ही मुख्यमंत्री भी बनाया. अरे भाजपाई भाईयों, वर्ष 1995-96 के पहले का अपना इतिहास जरा याद करो. तब देश में आप एक अछुत पार्टी के रूप में जाने जाते थे.
जेडीयू नेता ने कहा कि कोई भी दल बीजेपी से दोस्ती नहीं करना चाहती थी। ठीक उसी दौर में आपके लिए फरिश्ता बन कर आए समता पार्टी के तत्कालीन नेता श्रधेय स्व. जॉर्ज फर्नांडिस और श्री नीतीश कुमार, जिन्होंने ने बीजेपी के मुम्बई अधिवेशन में भाग लिया और तब समता पार्टी से गठबंधन की नींव पड़ी. बीजेपी अछूत से छूत बनी. तब अगर जॉर्ज-नीतीश की कृपा नहीं हुई रहती न, तो आज कोई बीजेपी की और अतापता नहीं रहता। आगे उन्होंने कहा कि बीजेपी के नेता जो बयान दे रहे हैं, वो कृतघ्नता की सीमा पार गए हैं।