औरंगाबाद में दरवाजे पर पहुंची बारात तो साढ़ू ने तोड़ा दम, बारात निकलने से पहले मां की हुई थी मौत

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  • सुबह शाम दो स्वजनों की मौत से छाया मातम, रो रहे स्वजन
  • किसी तरह ग्रामीणों ने कराई सूर्य मंदिर में शादी

औरंगाबाद/बीपी प्रतिनिधि। कुछ घटनाएं ऐसी होती है जो लोगों को ताउम्र जेहन में कौंधती रहती है। ऐसी ही घटना शनिवार को औरंगाबाद जिले के ओबरा थाना क्षेत्र के मस्तलीचक एवं मदनपुर थाना क्षेत्र डोमन बिगहा गांव में हुई है। मस्तलीचक गांव निवासी रंधीर कुमार की बारात डोमन बिगहा गांव के लिए निकलने वाली थी कि सुबह सड़क दुर्घटना में मां बुधनी कुंवर (72 वर्ष) की मौत हो गई।

मां की मौत के बावजूद बेटे रंधीर की बारात निकली। बारात डोमन बिगहा गांव पहुंची उससे पहले 25 वर्षीय साढ़ू जुगल यादव की मौत विद्युत करंट की चपेट में आने से हो गई। अचानक हुई दो मौत से मातम छा गया। ग्रामीण समझ नहीं पा रहे थे कि यह सब कैसे हो गया।


मंडप की जगह सूर्य मंदिर में हुई शादी : दो की मौत के बाद ओबरा थाना क्षेत्र के मस्तलीचक गांव निवासी रंधीर कुमार की शादी मंडप की जगह गांव स्थित सूर्य मंदिर में की गई। शादी के बाद ग्रामीणों ने मंदिर से ही बारात विदा कर दी गई। मदनपुर थाना क्षेत्र के डोमन बिगहा गांव निवासी नेपाली यादव के घर बारात आई थी। ग्रामीणों ने रविवार को रोते हुए बताया कि विधि का यह कैसा विधान है कि एक बेटी के सिर सिंदूर सज रही था और दूसरी विधवा हो गई।

ग्रामीणों ने बताया कि नेपाली की छोटी बेटी बिंदा कुमारी की शादी थी और सुगवा देवी विधवा हो गई। सुगवा की शादी हसपुरा थाना क्षेत्र के पथरौल गांव निवासी रामजी यादव के पुत्र जुगल यादव के साथ सात-आठ वर्ष पहले हुई थी। उसके दो पुत्र एक दो वर्ष एवं एक दो माह का है।

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