Chhapra News : सदर अस्पताल में हाईड्रोसील फाइलेरिया के चार मरीजों का हुआ सफल ऑपरेशन

छपरा न्यूज़

• सप्ताह में दो दिन कैंप मोड में किया जायेगा ऑपरेशन
• जिले में 600 से अधिक मरीजों की लाइन-लिस्ट तैयार
• फाइलेरिया के कारण होती है हाईड्रोसील की समस्या

Chhapra, Sanjiv। जिले में फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर विभिन्न स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए मरीजों को चिह्नित किया जा रहा है। हाइड्रोसील वाले फाइलेरिया मरीजों के नि:शुल्क ऑपरेशन करने की सुविधा शुरू कर दी गयी है। छपरा सदर अस्पताल में चार मरीजों का नि:शुल्क ऑपरेशन किया गया है। हाइड्रोसील के मरीजों का मुफ्त में इलाज करने की योजना सरकार ने शुरू की है। कैंप का आयोजन कर मरीजों का ऑपरेशन भी किया जा रहा है। मरीजों को आने-जाने का खर्च और दवाएं भी सरकार की ओर से उपलब्ध कराई जाती हैं ।

600 से अधिक मरीजों की लाइन-लिस्ट तैयार:
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि जिले में स्वास्थ्य विभाग और सहयोगी संस्था केयर इंडिया और सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च के प्रतिनिधियों के द्वारा 600 से अधिक हाईड्रोसील के मरीजों की लाइन लिस्ट तैयार की गई है । सभी का ऑपरेशन कराया जायेगा। इसको लेकर सदर अस्पताल में सुविधा शुरू कर दी गयी है। मरीजों की लाइन-लिस्ट बनाने का काम गांव स्तर पर चल रहा है।

सप्ताह में दो दिन होगा ऑपरेशन:
सदर अस्पताल के अस्पताल प्रबंधक राजेश्वर प्रसाद ने बताया कि यहां पर हाइड्रोसील के मरीजों को ऑपरेशन की सुविधा शुरू कर दी गयी है। इसके लिए प्रशिक्षित चिकित्सकों और कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गयी है। सभी तरह की सुविधा उपलब्ध है। मरीज का नि:शुल्क ऑपरेशन किया जा रहा है। ऑपरेशन के बाद मरीजों को आवश्यक दवा भी उपलब्ध करायी जा रही है। सदर अस्पताल में अब सप्ताह में मंगलवार और बुधवार को कैंप मोड में ऑपरेशन किया जायेगा।

फाइलेरिया के कारण होती है हाइड्रोसील की समस्या:
हाथीपांव तथा हाइड्रोसील की समस्या फाइलेरिया के कारण होती है। इसमें अंडकोष की थैली में सूजन हो जाती है। फाइलेरिया मच्छरों के काटने से होता है। इसलिए मच्छरों से बचाव की पूरी कोशिश होनी चाहिए। फाइलेरिया के प्रभाव से हाथीपांव भी होता है। हाथीपांव के मरीजों के लिए आवश्यक है कि वे अपने फाइलेरिया प्रभावित पैर की देखभाल नियमित तौर पर करें। साथ ही पैरों में कोई चोट या जख्म होने से बचायें। हाथीपांव प्रभावित लोगों को एमएमडीपी किट दी जाएगी । इनमें सभी प्रकार की आवश्यक सामग्री होगी जिससे वे देखभाल कर सकेंगे।