DESK : पठान फिल्म इंडस्ट्री में एक नया इतिहास रच रही है. लेकिन राष्ट्रीय बजरंग दल के कार्यकर्ता देश के कई शहरों में फिल्म का विरोध कर रहे है. इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ में पठान फिल्म का विरोध देखने को मिला है. रिलीज के अगले ही दिन 26 जनवरी को रायपुर के 2 मॉल में बजरंग दल ने जमकर तोड़फोड़ की है. इस दौरान बजरंग दल और पुलिस के बीच जमकर बहस हुई.
दरअसल राष्ट्रीय बजरंग दल के छत्तीसगढ़ अध्यक्ष भीम साहू के नेतृत्व में करीब 20 कार्यकर्ताओं ने गणतंत्र दिवस के दिन जमकर बवाल किया है. पहले तो बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने रायपुर के पचपेड़ी नाका स्थिति कलर्स मॉल में घुसे. यहां मॉल के सुरक्षाकर्मी बजरंग दल को रोक नहीं पाए. नारेबाजी करते हुए बजरंग दल ने मॉल के अंदर जहां भी पठान फिल्म के पोस्टर दिखे सबको फाड़ दिए और शाहरुख खान के कई पोस्टर पर लात घुसे चलाए गए.
बजरंग दल यही नहीं रुका इसके बाद रायपुर के सबसे बड़े मॉल मैग्नेटो पहुंच गए. पीवीआर के संचालकों को इसकी भनक पहले से लग चुकी थी. क्योंकि 25 जनवरी के दिन भी बजरंग दल ने मॉल में तोड़फोड़ की कोशिश की थी. लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया था. 26 जनवरी को भी पीवीआर में पुलिस की तैनाती दिखी. मौके पर बजरंग दल और पुलिस कर्मियों के बीच जमकर बहस हुई. अंत में तेलीबांधा पुलिस ने बजरंग दल के प्रदेश अध्यक्ष और कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया. इसके बाद पुलिस ने बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को समझाकर छोड़ दिया.
बजरंग दल के प्रदेश अध्यक्ष भीम साहू ने कहा कि देश में सनातन धर्म के आस्थाओं के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. बालीवुड की फिल्म पठान का हम विरोध करते है. फिल्मों के जरिए लगातार किसी एक धर्म की आस्था को टारगेट किया जाना किसी सोची-समझी साजिश का हिस्सा है. हमने पहले भी सभी सिनेमाघरों को फिल्म न लगाने की चेतावनी दी थी. इस लिए विरोध के तौर पर हमने प्रदर्शन किया है.
गौरतलब है रिलीज से पहले देशभर में पठान फिल्म पर बहस छिड़ गई थी. बेशर्म रंग गाने में फिल्म एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण के पहनावे को लेकर हिन्दू संगठनों ने अपत्ति जताई थी. इसके बाद गाने के कुछ हिस्से हटाए गए थे. हालांकि 25 जनवरी को फिल्म रिलीज हो गई है. फिल्म ने पहले ही दिन 50 करोड़ से ज्यादा की कमाई कर ली. माना जा रहा है कि शाहरुख खान की दीवानगी के सामने फिल्म का विरोध ज्यादा टिक नहीं पाया.