जोधपुर में बलवे के बाद 141 गिरफ्तार, 10 थाना क्षेत्रों में लगा कर्फ्यू, जानिए क्यों हुई झड़प, क्या है सरकार का रुख

Local news दिल्ली

सेंट्रल डेस्क। जोधपुर के जालौरी गेट पर सोमवार रात दो गुटों के बीच स्वतंत्रता सेनानी की मूर्ति पर एक धर्म विशेष का झंडा फहराने की बात को लेकर झड़प हो गई। इसके बाद मंगलवार सुबह एक बार फिर तनाव के बाद कबूतरों का चौक पर दो गुटों के बीच जमकर पथराव हो गया। कुछ दुकानें जला दी गईं। झड़प में नौ पुलिस वालों के घायल होने की सूचना है।

झड़प इतनी भीषण थी कि राजस्थान सरकार तक हिल गई। लोगों को काबू करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। इसके बाद भी दस थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाना पड़ा। यहां तक इंटरनेट सेवाओं को भी बंद कर दिया गया है। पुलिस ने मामले में 141 लोगों को गिरफ्तार किया है। चार लोगों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हो गया है।

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत ने मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलात सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए उनपर तुष्टीकरण का आरोप लगाया है। इस मामले पर अशोक गहलौत ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस के लोगों को घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि चूंकि चुनाव निकट हैं इसलिए भाजपा चाहती है लोगों का ध्यान विकास से हटकर सांप्रदायिकता का माहौल बने।

गौरतलब है कि ईद-उल-फितर के रोज ही यानी तीन मई को ही राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का जन्मदिन होता है। एक तरफ सीएम महोदय बर्थ-डे मना रहे थे। दूसरी ओर जोधपुर हिंसा से राजस्थान जल उठा। नमाज के बाद भीड़ ने एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की मूर्ति पर अपने धर्म का झंडा लगाना चाहा तो बवाल होने लगा।

कहां-कहां लग गया कर्फ्यू : उदय मंदिर, सदर कोतवाली, सदर बाजार, नागोरी गेट, खांडाफलसा, प्रतापनगर और देवनगर में बुधवार रात 12 बजे तक कर्फ्यू लगा दिया गया है।

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