सेंट्रल डेस्क : केंद्र की नई सैन्य भर्ती योजना ‘अग्निपथ’ को लेकर देश के कई राज्यों में हो रहे हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को न्यूज एजेंसी एएनआई से इस मुद्दे पर खास बातचीत की. उन्होंने कहा कि पिछले 2 वर्षों से, युवाओं को भर्ती प्रक्रिया नहीं होने के कारण सशस्त्र बलों में शामिल होने का अवसर नहीं मिला. इस प्रकार… सरकार ने ऊपरी आयु सीमा को 21 वर्ष से बढ़ाकर 23 वर्ष करने का निर्णय लिया है. यह छूट एक बार के लिए है.
इस नई भर्ती योजना को लेकर हो रहे हिंसक विरोध प्रदर्शनों पर रक्षा मंत्री ने कहा, ‘केंद्र सरकार द्वारा घोषित की गई अग्निपथ योजना भारत के नौजवानों को देश की रक्षा व्यवस्था से जुड़ने और देश की सेवा करने का एक सुनहरा अवसर देती है. अग्निवीर हूं, यह उनकी ताजिंदगी के लिए पहचान बन जाती है. पिछले दो साल से सेना में भर्ती की प्रक्रिया न होने के कारण बहुत से नौजवानों को सेना में भर्ती होने का अवसर नहीं मिला.
इसलिए युवाओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए, उनके प्रति संवेदनशीलता दिखाते हुए प्रधानमंत्री जी के अनुमोदन पर सरकार ने फैसला किया है कि अग्निवीरों की आयु सीमा को इस बार बढ़ाकर 21 से 23 वर्ष कर दिया जाए. यह छूट एक बार के लिए दी गई है. इससे बहुत सारे नौजवानों को अग्निवीर बनने की पात्रता स्वत: मिल जाएगी. और मैं यह भी कहना चाहता हूं कि भर्ती प्रक्रिया कुछ दिन में प्रारंभ होने जा रही है. मैं सभी नौजवानों से यह अपील करता हूं कि सेना में भर्ती होने की तैयारी करें और इसका पूरा लाभ उठाएं.’
इस बीच ‘अग्निपथ योजना’ को लेकर शुक्रवार को भी देश के कई राज्यों में हिंसक प्रदर्शन जारी है. प्रदर्शनकारियों द्वारा सार्वजनिक संपत्तियों में आगजनी और तोड़फोड़ की जा रही है. बिहार के समस्तीपुर स्टेशन पर खड़ी जयनगर-अमृतसर एक्सप्रेस, दरभंगा-दिल्ली क्लोन एक्सप्रेस, भागलपुर-जम्मूतवी अमरनाथ एक्सप्रेस में आगजनी और तोड़फोड़ के साथ स्टेशन परिसर को भी प्रदर्शनकारियों ने क्षतिग्रस्त कर दिया, लखमिनियां रेलवे स्टेशन पर आगजनी और जमकर तोड़फोड़ की. रेलवे ट्रैक भी जाम कर दिया. तेलंगाना में एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने अग्निपथ योजना के विरोध में सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों पर पथराव किया और बोगियों में आग लगा दी.