सेंट्रल डेस्क। बिहार की राजनीति में अचानक हुए बड़े राजनीतिक उठापटक के बीच बीजेपी ने मंगलवार को शीर्ष नेतृत्व के साथ बैठक किया। जनता दल यूनाइटेड ने एनडीए का साथ छोड़ने और राष्ट्रीय जनता दल से हाथ मिलाने के बाद बिहार में महागठबंधन की सरकार बना ली है। इसके बाद बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने पार्टी की प्रदेश इकाई के प्रमुख नेताओं के साथ बैठक कर संगठन की मजबूती पर विचार विमर्श किया गया है।
गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में इस बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के अलावा बिहार बीजेपी के सभी प्रमुख नेता बैठक में मौजूद रहे। अमित शाह ने बिहार में जंगलराज को खत्म करने और सरकार का सामना करने के लिए प्रदेश में पार्टी को मजबूत करने पर जोर दिया है।
अमित शाह ने कहा कि पूरी आक्रामकता के साथ इस जंगलराज को आमंत्रित करने वाली सरकार का मुक़ाबला करना है, कोई बहाना नहीं चाहिए, संगठन को मज़बूत करना सर्वोच्च प्राथमिकता है, कोई किसी पर ज़िम्मेदारी ना डाले, हर ज़िले में संगठन का विस्तार करे, संगठन की मजबूती बनाए ताकि लोकसभा और विधानसभा चुनाव में लाभ मिले और जो राजनैतिक संकट अभी फिलहाल बीजेपी के सामने उसका मज़बूती से मुकाबला किया जाए।
बता दें कि बिहार में एनडीए से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाता टूटने और आरजेडी से हाथ मिलाकर सरकार बनाने के बाद यह बिहार में बीजेपी की शीर्ष नेतृत्व के साथ पहली बैठक है. फिलहाल नई सरकार में जनता दल यूनाइटेड के नीतीश कुमार मुख्यमंत्री पद पर काबिज हैं, वहीं राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव को उपमुख्यमंत्री का पद दिया गया है।