सेंट्रल डेस्क। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को केंद्रीय बजट पेश किया. इसी के साथ उन्होंने लगातार 8वां बजट पेश करने का रिकॉर्ड बनाया. बजट में मिडिल क्लास के लिए वित्त मंत्री ने बड़ा ऐलान किया. अब 12 लाख रुपये तक की कमाई पर कोई टैक्स नहीं देना होगा.

इस ऐलान का फायदा देश के करीब 10 करोड़ लोगों को होगा. इसके अलावा किसानों के क्रेडिट कार्ड की लिमिट भी 3 लाख से बढ़ाकर 5 लाख कर दी गई है. बुजुर्गों को टैक्स में मिलने वाली छूट को भी 50 हजार से बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दिया गया.
इससे पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात कर उन्हें बजट की कॉपी सौंपी. राष्ट्रपति मुर्मु ने उन्हें दही चीनी खिलाकर शुभकामनाएं दीं. इसके बाद निर्मला सीतारमण पीएम मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट मीटिंग में पहुंचीं. जहां बजट को मंजूरी मिली.
बतातें चलें कि सीतारमण 2019 में भारत की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री बनी थीं. 2019 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केंद्र में लगातार दूसरी बार सरकार बनाई थी. तब से सीतारमण ने सात बजट पेश किए हैं. स्वतंत्र भारत का पहला आम बजट 26 नवंबर, 1947 को देश के पहले वित्त मंत्री आर के शनमुखम चेट्टी ने पेश किया था. पूर्व पीएम मोरारजी देसाई ने प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और बाद में प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के कार्यकाल में वित्त मंत्री के तौर पर कुल 10 बजट पेश किए हैं.
इससे पहले शुक्रवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के अभिभाषण से संसद के बजट सत्र की शुरुआत हुई. बजट सत्र 31 जनवरी से चार अप्रैल तक दो चरणों में चलेगा. पहला चरण 13 फरवरी को खत्म होगा और दूसरा सत्र 10 मार्च से शुरू होगा.