Central DESK : चीन समेत दुनियाभर में कोरोना के बढ़ रहे मामलों को देखते हुए भारत सरकार भी अलर्ट मोड में आ चुकी है. चीन में हाहाकार मचाने वाले ओमिक्रोन के सब वेरिएंट बीएफ.7 (BF.7 Omicron Variant) ने भारत सरकार की भी चिंताएं बढ़ा दी हैं. भारत में अब तक ओमिक्रोन के सब वेरिएंट बीएफ.7 के चार मामले सामने आए हैं. जिसे देखते हुए केंद्र सरकार ने कोविड (Covid) से बचाव को लेकर शुरुआती दिशा-निर्देश और समीक्षा बैठकें शुरू कर दी हैं. आइए जानते हैं भारत में कोरोना से बचाव को लेकर अब तक क्या उपाय किए गए हैं.
वहीं 20 दिसंबर को भारत सरकार ने चीन, अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया जैसे देशों में कोविड-19 के मामलों में तेजी के बीच सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से संक्रमित व्यक्तियों के नमूनों की जीनोम सीक्वेंसिंग (Genome Sequencing) में तेजी लाने के निर्देश जारी किए थे. साथ ही कोरोना वायरस के नए वेरिएंट पर नजर रखने का आदेश भी दिया था.
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को लिखे अपने पत्र में कहा था कि ‘परीक्षण-निगरानी-उपचार-टीकाकरण और कोविड-उपयुक्त व्यवहार के जरिये भारत कोरोना वायरस के प्रसार को सीमित करने में कामयाब रहा है. इस तरह की कवायद देश में वायरस के नए स्वरूपों, यदि कोई हो, का समय पर पता लगाने में सक्षम बनाएगी और जरूरी सार्वजनिक स्वास्थ्य कदम उठाए जाने में मदद करेगी.’
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की हाई लेवल मीटिंग :
21 दिसंबर को ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने स्वास्थ्य अधिकारियों और विशेषज्ञों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने कोरोना से बचाव को लेकर कई दिशा-निर्देश जारी किए. मंडाविया ने कहा कि ‘कोविड अभी खत्म नहीं हुआ है. हम लोगों से कोविड-उपयुक्त व्यवहार और टीकाकरण कराने की अपील करते हैं. हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिये तैयार हैं.
बतातें चलें कि केंद्र सरकार की समीक्षा बैठक में बताया गया कि भारत में कोरोना वायरस का संक्रमण घट रहा है और 19 दिसंबर, 2022 को खत्म हुए हफ्ते में कोविड-19 के औसत नए मामले घटकर 158 रह गए. कोविड-19 के नए मामलों के लिहाज से केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, तेलंगाना और तमिलनाडु सबसे आगे हैं. देश में 20 दिसंबर, 2022 को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, रोजाना के नए कोविड-19 मामलों में इन पांच राज्यों की हिस्सेदारी 84 फीसदी थी. बता दें कि ओमिक्रोन वेरिएंट के गुजरात में 2 और ओडिशा में 1 मामला सामने आया है.
साथ ही नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने कहा कि अब तक केवल 27-28 फीसदी भारतीयों ने कोविड-19 टीके की एहतियाती खुराक यानी बूस्टर डोज ली है. उन्होंने लोगों से टीकाकरण कराने और ज्यादा भीड़ वाली जगहों पर कोविड-उपयुक्त व्यवहार करने की अपील की. वीके पॉल ने लोगों से कहा कि कोरोना संक्रमण के मामलों से डरने की जरूरत नहीं है.
अंतरराष्ट्रीय विमान यात्रा के दिशानिर्देश में बदलाव नहीं, लेकिन रैंडम सैंपलिंग शुरू
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच केंद्र सरकार की ओर से बताया गया कि अंतरराष्ट्रीय विमान यात्रा के दिशानिर्देश में बदलाव नहीं किया गया है. हालांकि, सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि देश के हवाईअड्डों पर कोविड-19 के लिए अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की रैंडम सैंपलिंग शुरू हो गई है. चीन और अन्य देशों से आने वाले यात्रियों के नमूने औचक आधार पर जांच के लिए भेजे जाएंगे.
राज्य सरकारें भी अलर्ट मोड पर
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर इमरजेंसी बैठक बुलाई है. यूपी और गुजरात में बाहर से आए लोगों के एयरपोर्ट पर जांच के आदेश दिए जा चुके हैं. उत्तराखंड में केंद्र सरकार के दिशा-निर्देश पर एक नई कोविड एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) जारी किए जाने की तैयारी है. महाराष्ट्र में कोरोना की स्थिति पर नजर बनाए रखने के लिए टास्क फोर्स का गठन किया गया है.