DELHI : सीएम अरविंद केजरीवाल बोले- एशिया के टॉप-10 प्रदूषित शहरों में दिल्ली का नाम नहीं

दिल्ली

Central Desk : दिवाली के दिन दिल्ली की बेहद खराब हवा के बावजूद राष्ट्रीय राजधानी को एशिया के दस सबसे प्रदूषित शहरों से बाहर रखा गया. ऐसा माना जा रहा है कि दिवाली की रात को हवा की गुणवत्ता और खराब हो सकती है. तो वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया है कि एशिया के 10 सबसे प्रदूषित शहरों में दिल्ली का नाम नहीं है. जबकि इस सूची में भारत के 8 शहर हैं.

दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि कुछ साल पहले तक दिल्ली दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर था. अब नहीं है. दिल्ली के लोगों ने कड़ी मेहनत की है. सीएम ने कहा कि आज हमने बहुत सुधार किया है. इसके बावजूद अभी हमें एक लंबा रास्ता तय करना है. हम कड़ी मेहनत करना जारी रखेंगे ताकि देश की राजधानी दिल्ली को दुनिया के सबसे अच्छे शहरों में जगह मिल सके. सीएम ने कहा कि हम दिल्ली को दुनिया का सबसे अच्छा शहर बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.

इस रिपोर्ट में बताया गया है कि विश्व वायु गुणवत्ता सूचकांक ने आंकड़े जारी किए हैं. इन आंकड़ों के मुताबिक, एशिया के टॉप 10 प्रदूषित शहरों में 8 भारत के हैं. तो वहीं, आंध्र प्रदेश के राजामहेंद्रवरम ने टॉप 10 सर्वश्रेष्ठ वायु गुणवत्ता वाले शहरों में अपनी जगह बनाई है. सबस प्रदूषित शहर की अगर बात की जाए तो दिल्ली से सटे गुरुग्राम सबसे प्रदूषित शहर है. हैरानी इस बात की है कि दिल्ली इस इस सूची में नहीं है.

भारत के सबसे प्रदूषित शहर
विश्व वायु गुणवत्ता सूचकांक पर उपलब्ध नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, भारत के जिन 8 शहरों की बात एशिया के शीर्ष 10 सबसे खराब वायु गुणवत्ता स्टेशनों की सूची में हो रही है उनमें सेक्टर -51, गुरुग्राम रविवार सुबह 679 के वायु गुणवत्ता सूचकांक के साथ सूची में सबसे ऊपर है, इसके बाद रेवाड़ी (AQI 543) और मुजफ्फरपुर (AQI 316) के पास धारूहेड़ा शहर है. दिलचस्प बात यह है कि दिल्ली इस लिस्ट से बाहर होने में कामयाब रही है.

सूची में शामिल अन्य शहरों में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का तालकटोरा (298 AQI), बेगूसराय का DRCC आनंदपुर (269 AQI), देवास का भोपाल चौराहा (266 AQI), गुजरात के कल्याण का खड़कपाड़ा (256 AQI), दर्शन नगर और छपरा (239 AQI) हैं. इन भारतीय शहरों के अलावा चीन के लुझोउ का शियाओशिशांग पोर्ट (262 AQI) और मंगोलिया के उलानबाता में बयानखोशु शहर भी सबसे खराब वायु गुणवत्ता वाले शहरों में शामिल हैं.

वायु प्रदूषण के हालात
CPCB के अनुसार, किसी भी क्षेत्र में 0 से 50 के बीच AQI को सबसे अच्छा और 51 से 100 तक को संतोषजनक श्रेणी में माना जाता है. इसी तरह 101 से 200 के AQI को मध्यम, 201 से 300 तक खराब और 301 से 400 तक को बहुत खराब का स्तर का माना जाता है. इसके अलावा 401 से 500 के बीच AQI को गंभीर श्रेणी में माना जाता है. इसमें सांस लेना भी दूभर होता है.

दिवाली पर दिल्ली-NCR सहित कई भारतीय शहरों में पटाखे जलाने और पराली जलाने से वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है और इससे AQI में इजाफा हो रहा है. दिल्ली में तो AQI पहले ही खराब श्रेणी में आ गया है और इसके गंभीर श्रेणी में पहुंचने की उम्मीद है.