नई दिल्ली, अमित पाण्डेय। दिल्ली को जल्द ही आए दिन लगने वाले जाम से निजात मिलने की उम्मीद है। रविवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने प्रगति मैदान टनल के साथ-साथ पांच अंडरपास का उद्घाटन किया। इस उद्घाटन के साथ ही प्रगति मैदान टनल और पांच अंडरपास लोगों के आवागमन के लिए खोल दिए गए हैं। 920 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से तैयार परियोजना का उद्देश्य प्रगति मैदान में विकसित किए जा रहे प्रदर्शनी और सम्मेलन केंद्र को जाम की परेशानी से मुक्त कराना है। ताकि लोग सुगमता से यहां आ-जा सकें।
यह कॉरिडोर छह लेन का बनाया गया है। कॉरिडोर की मुख्य सुरंग प्रगति मैदान से गुजरते हुए, पुराना किला रोड होते हुए, रिंग रोड को इंडिया गेट से जोड़ती है। इसकी मदद से प्रगति मैदान की बेसमेंट पार्किंग तक पहुंचा जा सकता है। अभी तक रिंग रोड, मथुरा रोड और भैरों मार्ग पर अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती थी। चौराहों और आसपास के केंद्रों जैसे गाजियाबाद, नोएडा, एनसीआर क्षेत्र में तेजी से हो रहे विकास ने इन तीनों सड़कों पर वाहनों की संख्या का दबाव काफी बढ़ा दिया था। दिल्ली-मथुरा एक्सप्रेस-वे के कारण भी यातायात का लोड बहुत बढ़ गया था।
दूसरी ओर नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद और पूर्वी दिल्ली में आवासीय टाउनशिप के तेज विकास के कारण इंडिया गेट और आईटीपीओ- प्रगति मैदान के आसपास की सड़कों पर यातायात में और वृद्धि होने का अनुमान है। टनल और अंडरपास के उद्घाटन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि रविवार को दिल्ली को केंद्र सरकार की तरफ से आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का उपहार मिला है। इतने कम समय में इस कॉरोडोर को तैयार करना काफी चुनौती भरा था।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि यह नया भारत है। जो समस्याओं का समाधान पहले ही तलाश लेता है। इस मौके पर उन्होंने कहा कि देश की राजधानी में विश्व स्तरीय कार्यक्रमों के लिए ‘स्टेट ऑफ द आर्ट’ सुविधाएं हों, एक्जीबिशन हॉल हों, इसके लिए भारत सरकार निरंतर जुटी हुई है। कॉरिडोर में स्मार्ट फायर प्रबंधन, अत्याधुनिक वेंटिलेशन, स्वचालित जल निकासी, डिजिटल रूप से नियंत्रित सीसीटीवी और सुरंग के अंदर सार्वजनिक घोषणा प्रणाली जैसी नवीनतम सुविधाएं उपलब्ध हैं।