सेंट्रल डेस्क। राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू ने भारी जीत हासिल की है. गुरुवार शाम को इसका ऐलान हो गया. तीसरे दौर की मतगणना में मुर्मू को 1,333 में से 812 वोट मिले जिसका मूल्य 94478 है. वहीं, यशवंत सिन्हा को 521 मत प्राप्त हुए जिसका मूल्य 71186 है. कुल मिलाकर 3219 वोटों में से एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू् को कुल 2161 मत मिले जबकि विपक्ष के प्रत्याशी यशवंत सिन्हा को 1058 वोट मिले.
इसके साथ ही ये तय हो गया कि द्रौपदी मुर्मू देश की अगली राष्ट्रपति होंगी. मूर्मू देश की 15वीं राष्ट्रपति बनीं है. मूर्मू देश की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति हैं. वहीं पीएम मोदी ने द्रौपदी मुर्मू के घर पहुंचकर उन्हें बधाई दी है. उनके साथ बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी हैं.
बधाइयों का लगा तांता-
विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने ट्वीट कर लिखा, “मैं राष्ट्रपति चुनाव 2022 में उनकी जीत पर द्रौपदी मुर्मू को दिल से बधाई देता हूं. मुझे और हर भारतीय उम्मीद है कि 15वें राष्ट्रपति के रूप में वह बिना किसी डर या पक्षपात के संविधान के संरक्षक के रूप में कार्य करें. मैं देशवासियों के साथ उन्हें शुभकामनाएं देता हूं.”
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर लिखा, “राष्ट्रपति चुनाव में प्रभावी जीत दर्ज करने के लिए श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी को बधाई. वे गांव, गरीब, वंचितों के साथ-साथ झुग्गी-झोपड़ियों में भी लोक कल्याण के लिए सक्रिय रहीं हैं. आज वे उनके बीच से निकल कर सर्वोच्च संवैधानिक पद तक पहुंची हैं. यह भारतीय लोकतंत्र की ताकत का प्रमाण है.”
निवर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देश का नया राष्ट्रपति चुने जाने पर द्रौपदी मुर्मू को बधाई दी है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “द्रौपदी मुर्मू का भारत के 15वें राष्ट्रपति के रूप में चुने जाने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं.”
मध्य प्रदेश शिवराज सिंह चौहान ने द्रौपदी मुर्मू को बधाई दी है. उन्होंने कहा आज वह देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद के लिए चुनी गई हैं. यह भारत के लोकतंत्र की विशेषता है. मैं द्रौपदी मुर्मू को हार्दिक बधाई देता हूं. मुझे विश्वास है कि वह अपने कर्तव्यों का पालन करके भारत को गौरवान्वित करेंगी.
ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने लिखा, “भारत के 15वें राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित होने पर ओडिशा की बेटी श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को बधाई. ये वास्तव में ओडिशा में सभी के लिए बहुत गर्व का क्षण है कि उन्हें देश के सर्वोच्च पद के लिए चुना गया है. एक विनम्र शुरुआत से लेकर देश की पहली नागरिक बनने तक की उनकी यात्रा वास्तव में प्रेरणादायक है और उनकी यात्रा महिला सशक्तिकरण का एक चमकदार उदाहरण है. उन्हें आगे के एक पूर्ण कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं.”