Heart Attack पड़ने से नहीं रहे मशहूर अर्थशास्त्री Abhijit Sen

दिल्ली

-2010 में पद्म भूषण से किए गए थे सम्मानित

Dehli, Beforeprint । योजना आयोग के पूर्व सदस्य और ग्रामीण अर्थव्यवस्था के विशेषज्ञ अभिजीत सेन का सोमवार रात 72 साल की आयु में निधन हो गया. सेन के भाई डॉ प्रणव सेन ने कहा कि, ‘‘अभिजीत सेन को रात करीब 11 बजे दिल का दौरा पड़ा था हम उन्हें अस्पताल ले गए, लेकिन तब तक उनका निधन हो चुका था.’’

चार दशक से अधिक के अपने करियर में अभिजीत सेन ने नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में अर्थशास्त्र पढ़ाया और कईं महत्वपूर्ण सरकारी पदों पर रहे. वह कृषि लागत और मूल्य आयोग के अध्यक्ष भी रह चुके हैंयसेन 2004 से 2014 तक योजना आयोग के सदस्य थे. उस वक्त मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे.

2010 में, उन्हें सार्वजनिक सेवा के लिए पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था. जब 2014 में एनडीए सत्ता में आई, तो उसने सेन को “दीर्घकालिक अनाज नीति” तैयार करने के लिए एक उच्च स्तरीय टास्क फोर्स का नेतृत्व करने के लिए नियुक्त किया था. सेन चावल और गेहूं के लिए एक यूनिवर्सिल पब्लिक डिस्ट्रिब्यूशन सिस्टम मुखर समर्थक थे. उनका तर्क था कि राजकोष पर फूड सब्सिडी का बोझ अक्सर बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया जाता था.

और देश में न केवल एक यूनिवर्सल पीडीएस का समर्थन करने के लिए, बल्कि किसानों को उनकी उपज के लिए उचित मूल्य की गारंटी देने के लिए पर्याप्त वित्तीय हेडरूम था. सेन कई वैश्विक अनुसंधान और बहुपक्षीय संगठनों जैसे यूएनडीपी, एशियाई विकास बैंक, संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ), कृषि विकास के लिए अंतर्राष्ट्रीय कोष और ओईसीडी विकास केंद्र से भी जुड़े रहे हैं.