Delhi। केरल के कोल्लम में नीट परीक्षा केंद्र में लड़कियों को हाल ही में जबरन अपना इनरवियर उतारने के लिए मजबूर किया गया था। इसी मामले के बाद अब राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी ने प्रभावित मेडिकल उम्मीदवारों को दोबारा शामिल होने की अनुमति देने का फैसला किया है, जो 4 सितंबर को होगी। इस मामले में केरल पुलिस ने इसके सिलसिले में सात लोगों को गिरफ्तार किया था और उन्हें जल्द ही जमानत पर रिहा कर दिया गया।
इस ‘अमानवीय कृत्य’ के खिलाफ आवाज उठाई थी। परिजनों का कहना था कि उनके बच्चे पूरी तरह से ‘तबाह’ हो गए हैं, उनके परीक्षा में प्रदर्शन पर असर पड़ा। इसके परिणामस्वरूप, अधिकारियों की एक तीन सदस्यीय टीम को एनईईटी ने इस घटना की जांच का जिम्मा सौंपा। लड़कियों को जिस मानसिक पीड़ा से गुजरना पड़ा, उस पर एक रिपोर्ट सौंपी गई।
रिपोर्ट के आधार पर, परीक्षण अधिकारियों ने केवल प्रभावित लड़कियों के लिए फिर से परीक्षा आयोजित करने का फैसला किया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में आईटी के वाइस प्रिंसिपल मार थोमा इंस्टीट्यूट (वह कॉलेज जहां पिछले महीने परीक्षा हुई थी) और एनईईटी परीक्षा केंद्र अधीक्षक, प्रीजी कुरियन इसाक और एनटीए पर्यवेक्षक डा शामनाद शामिल थे।