सेंट्रल डेस्क/दिल्ली। उत्तरी इराक के इरबिल में रविवार तड़के जब लोग नींद से पूरी तरह जागे भी नहीं थे, तभी मिसाइल हमलों से शहर दहल उठा। अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के नए भवन को लक्ष्य करके 12 मिसाइलें दागी गईं, जिसमें एक नागरिक के घायल होने की सूचना है। ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड ने हमले की जिम्मेदारी ली है।
यह हमला ऐसे समय में हुआ है, जब वर्ष 2015 के परमाणु समझौते की पुनर्बहाली के लिए पश्चिमी देशों व ईरान के बीच वार्ता फिर से शुरू हुई है। ईरान के परमाणु कार्यक्रम प्रमुख मोहम्मद इस्लामी ने अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के साथ देश के संबंधों के प्रगाढ़ होने का दावा किया है। कुर्दिस्तान विदेश मीडिया आफिस के प्रमुख लावक गफारी ने बताया कि कोई भी मिसाइल अमेरिकी प्रतिष्ठान पर नहीं गिरी है, लेकिन दूतावास परिसर के एक हिस्से को नुकसान पहुंचा है।
अमेरिकी रक्षा अधिकारियों का कहना है कि अब भी यह साफ नहीं है कि कुल कितनी मिसाइलें दागी गईं और वे कहां-कहां गिरीं। नवनिर्मित अमेरिकी वाणिज्य दूतावास भवन को फिलहाल अधिगृहीत नहीं किया गया है। रायटर के अनुसार, कुर्दिश गृह मंत्रालय ने कहा कि हमले में संपत्ति का नुकसान हुआ है और एक नागरिक भी घायल हुआ है। एक इराकी अधिकारी ने बताया कि मिसाइलें ईरान में बनाई गई थीं।
अमेरिकी दूतावास के करीब स्थित कुर्दिस्तान 24 समाचार चैनल ने हमले के तुरंत बाद लाइव प्रसारण शुरू कर दिया था। उसने मिसाइल हमले के कारण स्टूडियो की टूटी कांच व वहां पड़े मलबे को भी दिखाया। उल्लेखनीय है कि सोमवार को सीरिया में इजरायल की तरफ से किए गए हवाई हमले में ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर के दो सदस्य मारे गए थे। तभी रिवोल्यूशनरी गार्ड ने बदले की चेतावनी दी थी। इराक में वर्ष 2017 में अमेरिकी नेतृत्व वाली सेना ने कट्टरपंथी समूह इस्लामिक स्टेट को हरा दिया था। इसके बाद से ईरान समर्थित मिलिशिया अमेरिकी सेना व राजनयिक प्रतिष्ठानों को निशाना बनाती रहती है।
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