सेंट्रल डेस्क/नई दिल्ली। भारत में रूस के राजदूत डेनिस अलीपोव ने बुधवार को कहा कि अमेरिका मखमली दस्तानों में एक तानाशाह देश है, लोकतंत्र और स्वतंत्रता की आड़ में वैश्विक महाशक्ति बनने की आकांक्षा रखता है। एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान, अलीपोव ने कहा, “अमेरिका लोकतंत्र, स्वतंत्रता और नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था की आड़ में सिर्फ वैश्विक प्रमुखता चाहता है। ये नियम वह अपने परामर्श भागीदारों और सहयोगियों की आड़ में बनाता है।”
भारत में रूस के राजदूत ने अमेरिका को बताया तानाशाह देश। रूस के राजदूत डेनिस अलीपोव ने कहा, “जो देश अमेरिकी लाइन से बाहर हो जाते हैं, उसका भागीदार बनना बंद कर देते हैं, तो वे दुश्मन बन जाते हैं। यह काले और सफेद की तरह है। बीच में कोई ग्रे कलर नहीं है। यह मखमली दस्ताने में तानाशाही की तरह है।” रूसी राजदूत ने कहा कि रूस पर युद्ध छेड़ने का आरोप लगाया जा रहा है, जबकि यूक्रेन में आठ साल से युद्ध चल रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि यूक्रेन की सेना और रूस से नफरत करने वाले वर्षों से डोनबास के आवासीय क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर गोलाबारी कर रहे हैं। उन्होंने इस पूरे संघर्ष के संबंध में निष्पक्ष और तटस्थ स्थिति के लिए भारत का धन्यवाद किया और यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने में रूस के समर्थन का आश्वासन दिया। भारत में रूस के राजदूत डेनिस अलीपोव ने कहा, “हम भारत के रणनीतिक सहयोगी हैं। रूस संयुक्त राष्ट्र में प्रदर्शित संतुलित स्थिति के लिए भारत का आभारी है। भारत इस संकट की गहराई को समझता है।”
रूस पर लगे प्रतिबंधों का भारत के साथ रक्षा सौदों पर प्रभाव नहीं : क्या रूस के खिलाफ लगे प्रतिबंधों का प्रभाव भारत के साथ रक्षा सौदों, मुख्य रूप से एस-400 मिसाइल सिस्टम की डिलीवरी पर भी पड़ेगा? इस मुद्दे पर बोलते हुए डेनिस अलीपोव ने कहा, पर, “जहां तक भारत को एस-400 मिसाइल सिस्टम की डिलीवरी का संबंध है, इसमें किसी भी बाधा की उम्मीद न करें। इस सौदे को बिना किसी बाधा के जारी रखने के मार्ग हैं।
रूस पर लगे पुराने या नए प्रतिबंध किसी भी तरह से इस रक्षा सौदे को प्रभावित नहीं करेंगे।”अमेरिका ने रूसी उड़ानों के लिए बंद किया अपना एयर स्पेस। इस बीच, अलीपोव ने खार्किव में एक भारतीय नागरिक के निधन पर भी शोक व्यक्त किया और मामले की जांच शुरू करने का आश्वासन दिया।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अमेरिका ने भी रूसी उड़ानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यह भी घोषणा की है कि अमेरिका, अपने सहयोगियों के साथ रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाने पर काम कर रहा है। रूसी बैंकों, वित्तीय संस्थानों और प्रमुख व्यक्तियों को टारगेट किया जा रहा है।
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