यूक्रेन : रूसी सेना ने स्कूल और हाईवे पर बरसाए गोले

News दिल्ली

सेंट्रल डेस्क। यूक्रेन की राजधानी कीव पर कब्‍जा करने के लिए 64 किमी लंबा सैन्‍य काफ‍िला भेजने वाले रूस ने अब अपनी रणनीति को बदल दिया है। रूसी सेना ने अपने काफिले को अब बांट दिया है। सैटलाइट तस्‍वीरों से खुलासा हुआ है कि रूसी सेना का यह काफिला तितर-बितर हो गया है और उन्‍हें अलग-अलग-जगहों पर अब तैनात कर दिया गया है।

इस बीच रूसी सेना ने राजधानी कीव पर अपनी पकड़ को और मजबूत कर लिया है और मात्र 27 किलोमीटर की दूरी अब बची है। रूसी सेना इस जंग के 16वें दिन भी कीव के साथ मरिउपोल शहर पर जोरदार बमबारी कर रही है जिससे दोनों ही शहरों में भारी तबाही हुई है।

रूसी हमले में चर्नीहीव में पूरी तरह से तबाह हुआ स्टेडियम : वहीं रूसी हवाई हमले में चर्नीहीव में एक स्टेडियम पूरी तरह से तबाह हो गया। स्टेडियम का नाम पहले अंतरिक्ष यात्री यूरी गागरिन के नाम पर रखा गया था। इसके अलावा, एक लाइब्रेरी की इमारत भी ध्वस्त हुई। यहां रूस हर आधे घंटे में बम बरसा रहा है।

ताजा सैटलाइट तस्‍वीरों से पता चला है कि रूसी काफिले को अब जंगलों और पेड़ों के नीचे अलग-थलग कर दिया गया है। माना जा रहा है कि यूक्रेन के तुर्की से मिले ड्रोन विमानों के कई रूसी टैंकों और हथियारबंद वाहनों को निशाना बनाने के बाद रूस को अपनी इस रणनीति को बदलने के लिए मजबूर होना पड़ा है। रूसी सेना अब रिहाइशी इलाकों में अपने हथियारों को ले जा रही है। रूसी सेना अपनी तोपों को पेड़ों के नीचे छिपा रही है ताकि वह ड्रोन या सैटलाइट की नजर में न आए। रूस की सेना राजधानी कीव पर कब्जा करने के लिए लगातार आगे बढ़ रही है। सैन्‍य विश्‍लेषकों कहना है कि रूसी टैंक शहर के बाहरी इलाके से मात्र 27 किमी की दूरी तक पहुंच गए हैं।

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डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, हालांकि राजधानी के पश्चिम और पूर्व में प्रारंभिक हमलों के बाद रूसी सेना को कुछ पीछे हटना पड़ा, क्योंकि व्लादिमीर पुतिन की सेना को राजधानी पर कब्जा करने के लिए एक लंबे और खूनी अभियान का सामना करना पड़ा। क्रेमलिन सैनिकों ने बुधवार को कीव पर दो हमले किए। पहला हमला घिरे हुए पश्चिमी शहर इरपिन के माध्यम से और दूसरा हमला ब्रोवरी के पूर्वी जिले के माध्यम से किया गया।