सेंट्रल डेस्क। यूक्रेन पर रूस के हमले का आज पांचवां दिन है। यूक्रेन पूरी ताकत से रूस से लड़ रहा है। हर ख़ास और आम लोग युद्ध में उतर आये हैं। अब तक एक लाख से अधिक नागरिक हथियार उठा चुके हैं और अपने देश की रक्षा करने में जुटे हुए हैं। नेता, सेलेब्रिटी, नौकरीपेशा सहित हर तरह के लोग हथियार उठा रहे हैं।
बहुत सी महिलाओं ने भी हथियार उठा लिए हैं और रूसी सेना का मुकाबला कर रहे हैं। इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने एक और बड़ा ऐलान किया है। जेलेंस्की ने कहा है कि जेल में बंद कैदियों को भी छोड़ा जाएगा। ये कैदी रूस की सेना से मुकाबला करने के लिए छोड़े जाएंगे। इन कैदियों को हथियार दिए जाएंगे।
रूस से लड़ने के लिए यूक्रेन ने एक और नई रणनीति बनाई है। यूक्रेन ने घोषणा की है कि वह अंतर्राष्ट्रीय सेना बनाएगा। दुनिया के किसी भी देश के लोग जो लड़ना चाहते हैं वो यूक्रेन की इस अंतर्राष्ट्रीय सेना में शामिल हो सकते हैं। जेलेंस्की ने कहा कि पूरी दुनिया से लोगों के आवेदन आये हैं, जो इस सेना में शामिल होना चाहते हैं और यूक्रेन के लिए लड़ना चाहते हैं।
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की की युद्ध लड़ने की रणनीति ने सबको चौंका दिया है। शुरुआत में लग रहा था कि ताकतवर रूस के हमलों से यूक्रेन कुछ ही घंटों में समर्पण कर देगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जेलेंस्की ने झुकने से इनकार कर दिया। उन्होंने पूरी दुनिया से मदद की अपील और अपने देश के लोगों में वो जज्बा पैदा किया, जिससे लोग अपने देश की रक्षा के लिए आगे आ गए और अब तक एक लाख लोग हथियार उठा चुके हैं।
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रूस से मुकाबला करने के तरीके और हिम्मत की पूरी दुनिया में जेलेंस्की की तारीफ़ हो रही है। अब यूक्रेन को नाटो का भी साथ मिल रहा है। नाटो ने यूक्रेन को हथियार देने का ऐलान किया है। इसके साथ यूरोप के कई देश यूक्रेन को सैन्य सहायता दे रहे हैं। अमेरिका ने भी यूक्रेन की बड़े पैमाने पर मदद की है। इस युद्ध में रूस की सेना को भी बड़ा नुकसान हुआ है।