संग्रामपुर/बीपी प्रतिनिधि। भले ही सरकार ग्रामीण इलाकों के सड़को को बेहतर से बेहतर बनाने के प्रयास में जुटी हैं लेकिन संवेदक मानक के अनुरूप काम नहीं करवा कर सड़को का बंटाधार करने में जुटे हैं जिसका ताजा उदाहरण प्रखंड के इंद्र गाच्छी चिकनौटा प्रति से लेकर इंद्रगाछी गांव तक बनने वाली दो किमी लंबी सड़क हैं जिसकी मरम्मती के लिए ग्रामीण विकास विभाग ने राज कंट्रक्शन कम्पनी को एक करोड़ सतहत्तर की राशि दी हैं ताकि सड़क की मरम्मती बेहतर ढंग से हो सके।लेकिन यहां तो विभाग द्वारा तय की गयीं मानक को ताक पर रखने के साथ विभागीय अधिकारियों के निर्देशों को ताक पर रख कर कार्य एजेंसी मनमाने ढंग से घटिया सड़क निर्माण करवा रही हैं।
कुछ ग्रामीणों के द्वारा सामग्री पर सवाल खड़ा किया गया तो एजेंसी के द्वारा कोई सुधार नहीं हुआ जिसके बाद ग्रामीणों ने विभाग के जेई स्वाति कुमारी और कार्यपालक अभियंता आशुतोष कुमार को व्हाट्सएप से फोटो वीडियो बनाकर घटिया कार्य की जानकारी दी।जिसके बाद बुधवार को जेई स्वाति कार्यस्थल पहुची तो सड़क पीसीसी ढलाई कार्य में मिट्टियुक्त गिट्टी व मिलावटी बालू के साथ मानक अनुरुप सीमेंट नहीं देख आश्चयचकित हो गयी। निरीक्षण किया गया।
स्थल पर पहुंचे जेई से ग्रामीण पूछा कि क्या उजला बालू और उजला गिट्टी से सड़क का ढलाई कार्य मानक के अनुसार है तो असमंजस में फंसी जेई ने कार्यस्थल पर मौजूद मुंशी को फटकार लगाते हुए गिट्टी,बालू की क्वालिटी व सीमेंट बदलने का निर्देश दिया। लेकिन जेई ज्योही स्थल से चली गयी बेखौफ होकर कार्य एजेंसी के मुंशी ने उसी समाग्री से काम करवाना शुरू कर दिया।ग्रामीण सह बीजेपी नेता परमानन्द पांडेय सहित कई लोगो ने बताया कि कार्य एजेंसी रातों रातों अधिकांश सड़क का काली करन किया हैं जिस पर महज दो तीन दिन में ही घास उग गए हैं इसी से अंदाजा करिए कि सड़क के कालीकरण कार्य कैसे की गई हैं।
और अब इसी में लगभग नौ सौ मीटर पीसीसी ढलाई कार्य हैं जिसको कार्य एजेंसी घटिया गिट्टी बालू व सीमेंट लगवा कर काम निपटा कर भागने के फिराक में जुटी हैं। ग्रामीणों का यह भी कहना था कि जिस गिट्टी और बालू तथा सीमेंट से कोई कोई अपना घर नहीं बनवाता वैसे उजली गिट्टी उजला बालु घटिया सीमेंट से पीसीसी ढलाई हो रही है। विभागीय पदाधिकारी के निर्दशो का भी कोई असर नहीं हैं।
इस संबंध में ग्रामीण विकास विभाग अरेराज की जेई स्वाति कुमारी ने बताया कि कार्य स्थल से कार्य एजेंसी को घटिया समाग्री हटाने का निर्देश दिया गया है। यदि समाग्री नही हटती हैं तो विभागीय करवाई होगी। वहीं ग्रामीण विकास विभाग के कार्यपालक अभियंता आशुतोष कुमार ने बताया कि ग्रामीणों व विभागीय जेई से घटिया निर्माण की जानकारी मिली हैं। सुधार नहीं हुआ तो करवाई तय है।