Rajan Dutt : चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर इन दिनों जन सुराज यात्रा पर हैं। बिहार में नई राजनीतिक व्यवस्था खड़ी करने के नाम पर चंपारण में प्रशांत किशोर ने आरजेडी पर बड़ा सियासी निशाना साधा है। पीके ने राष्ट्रीय जनता दल के बेस MY समीकरण में को भड़काने की कोशिश की है।
पीके ने कहा है कि बिहार में Y समीकरण का नेता डिप्टी सीएम हैं तो M समीकरण के किसी नेता को डिप्टी सीएम क्यों नहीं बनाया गया? पिछली सरकार का उदाहरण देते हुए कहा कि नीतीश कुमार जब भाजपा के साथ थे तो बीजेपी के दो विधायक उप मुख्यमंत्री बने थे। आरजेडी भी अपने दल से दो उपमुख्यमंत्री बना सकती है।
मुस्लिम समाज के एक इलाके में लोगों को संबोधित करते हुए पीके ने कहा कि आपको एक दल ने बंधुआ मजदूर बना लिया है। आपको केवल वोट बैंक समझा जाता है। पीके ने कहा कि यह समाज अपने बच्चों के भविष्य की चिंता भी नहीं करता। डरा कर सिर्फ उनसे वोट लिया जा रहा है। उनके विकास के लिए कोई काम नहीं हो रहा।
एक अन्य जगह संबोधन के दौरान पीके ने लालू के पुराने जंगल राज की भी याद दिलाई। राजनीति के माहिर खिलाड़ी की भांति पीके सभी दलों के खिलाफ बयान दे रहे हैं। लेकिन, मूल रूप से पीके के निशाने पर महागठबंधन के आरजेडी और जदयू ही हैं। राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि यह पार्टी सिर्फ अल्पसंख्यक तुष्टीकरण की राजनीति करती है।
इस पार्टी के मूल रूप से दो समर्थक हैं। एक M और दूसरा Y तो किसी मुस्लिम नेता को डिप्टी सीएम क्यों नहीं बनाया गया? प्रशांत किशोर के बयानों से महागठबंधन के दलों में विरोधाभाष पैदा करने की कोशिश भी दिखती है।