मेहसी, प्रतिनिधि। दहेज के विरुद्ध और मुसलमानों में गलत रस्मो रिवाज के खिलाफ उलेमाओं ने समाज सुधार अभियान के तहत अपना कदम आगे बढ़ाया है इस क्रम में मिर्जापुर गांव में दहेज लेन देन के विरुद्ध एक विशेष बैठक का आयोजन की गई। इस बैठक में बड़े तादाद में उलमा और आम नागरिक शरीक हुए। इस बैठक में दहेज लेने देन के खिलाफ एक कमिटी की भी गठन की गई। इस मीटिंग में यह निर्णय लिया गया कि कोई भी व्यक्ति अगर दहेज का लेन देन करता है, यह कमेटी उन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी।
नहीं मानने वाले के खिलाफ तमाम उलेमा और अवाम उसका बायकाट करेगा। वैसे लोग जो दहेज लेते हैं या मुतालबा करते हैं। उलेमा उनके शादी में निकाह पढ़ाने का काम नही करेंगे। शादी सहित अन्य अवसरों पर डीजे बजाने वाले और डीजे की धुन पर नाच गाना करने वाले परिवार के खिलाफ भी इस कमिटी ने कड़े फैसले लिए।
अगर कोई भी व्यक्ति शादी विवाह के मौके पर या अन्य किसी आयोजन में डीजे बजाते हैं नाच गाना करते हैं तो उनके यहां मिलादुन्नबी व अन्य अयोजन में शरीक नही होंगे। नाही उसके भोज में लोग शामिल होंगे। गौरतलब हो कि दहेज लेन देन की घटनाएं आजकल बहुत जोरों पर चल रहा है जिससे गरीब लोगों के बेटियों की शादी करना बड़ी चुनौती हो गई है।
उसके अलावा शादी ब्याह सहित अन्य आयोजनों में डीजे बजा कर कमजोर लोगों की धड़कनें बढ़ाने से भी लोग परेशान हो रहे हैं। साथ ही एक गलत परंपरा नाचने गाने का चला रहा है इसको खत्म करने की सख्त जरूरत है। यह सूचना कमेटी के सदर शाहिद रजा और सेक्रेटरी सैरुल शाह ने दी।
कमिटी में नायब सदर लतीफ उर रहमान, नायब सिक्योरिटी हसीब उर रहमान, रिजवान अहमद उर्फ नन्हे, नेयाज अहमद उर्फ लड्डू मोहम्मद ताज उर्फ चुन्नू आरिफ हुसैन मकसूद आलम शब्बीर अहमद आबिद अली गुलाम अली उर्फ हजरत मोहम्मद बेलाल, मोहम्मद जावेद, मोहम्मद नईम, कलामुद्दीन शाह, जाहिद।
इस बैठक में मुफ़्ती कुतबुद्दीन, फ़िरोज़ आलम अरक़म चम्पारणी, हाफिज इरशाद आलम रौशन चम्पारणी,मौलाना कौसर अली,हाजी गियासुद्दीन अंसारी, मौलाना दीदार अली, बिलाल अहमद, शब्बीर अहमद, डॉक्टर इक़बाल अहमद ज़ाहित बड़ी संख्या में उलमा, और आम नागरिक शामिल हुए।