मेहसी, हामिद रजा। इस्लाम शांति और सलामती का धर्म है, अशांति फैलाने वाला शैतान का शागिर्द है। उक्त बातें प्रखंड क्षेत्र के मिर्ज़ापुर गांव में 12 जुलाई मंगलवार की रात्रि पीर ए तरीक़त अल्हाज अब्दुल हक़ शाह तेगी रहमतुल्लाह का 11 वां सालाना उर्स के मौके पर आयोजित जश्ने ईद मिलादुन्नबी में मुफ़्ती ए आज़म बिहार अब्दुल हमीद हामीदुल क़ादरी साहब ने कही। उन्होंने कहा कि आदमी खराबी से अच्छाई की इर बढ़ता है, बुराई से नेकी के तरफ बढ़ता है, नीचे से ऊपर जाता है और जो ऊपर से नीचे, नेकी से बुराई और अच्छाई से खराबी की ओर जाने वालों को लोग पागल कहेंगे।
उन्होंने कहा कि आप अपने बच्चों से मोहब्बत करते हैं तो अपने बच्चे को अच्छी तालीम देकर एक अच्छा आदमी बनाइए जो देश की सेवा करेगा और आपकी भी खिदमत करेगा। इल्म के ज़रिए आप के बच्चे आसमान की बुलंदियों को छू सकता है। इस जलसे की सदारत पीरे तरीकत अलहाज शाह गयासुद्दीन अंसारी ने किया। इस जश्ने ईद मिलादुन्नबी का संचालन मौलाना दीदार अली ने किया।
मुफ़्ती कुतबुद्दीन रिज़वी ने भी इस्लाही तक़रीर की और लड़कियों को तालीम देने पर ज़्यादा ज़ोर दिया। वही शायर ए इस्लाम फ़िरोज़ आलम अरक़म चम्पारणी ने नात व मनकबत पढ़कर लोगों को मदीने का सैर कराया। शायर इम्तेयाज़ कमर हलीमी और सज्जाद आलम हलीमी ने नात शरीफ पढ़ा।
फ़रजंदे पीर ए तरीक़त अल्हाज अब्दुल हक़ शाह तेगी रहमतुल्लाह हामिद रज़ा व शाहिद रज़ा ने बताया कि उर्स के मौके पर सुबह में कुरान खानी, मगरिब के नमाज़ के बाद चादर पोशी का रस्म अदा किया गया। वहीं चादरपोशी के बाद जश्ने ईद मिलादुन्नबी का आयोजन हुआ।