- सीएचसी प्रभारी एक माह पूर्व से गठित कर रहे हैं टीम
संग्रामपुर / उमेश कुमार। फर्जी नर्सिगहोम व फर्जी चिकित्सको की जांच में स्थानीय स्वास्थ विभाग की टीम पूरी तरह कोताही बरत रही हैं। जिससे फर्जी नर्सिगहोम के फर्जी चिकित्सक बड़े बड़े बोर्ड लगा कर अनपढ़ व आर्थिक रूप से कमजोर लोगों का शोषण हो रहा हैं। बीते वर्ष में कई ऐसे महिलाओं को अपनी जान गवानी पड़ी।
जिसको फर्जी चिकित्सको के लिए काम करने वाले बिचौलिए द्वारा मामले को सुलह करवा कर निर्विवाद रूप से अवैध ढंग से फर्जी चिकित्सक नर्सिग होम चला रहें हैं।जबकि स्थानीय स्तर पर स्वास्थ विभाग मूक दर्शक बन कर तमाशा देखने के साथ कुछ करने से कतरा रही हैं।
हालांकि मोतिहारी सिविल सर्जन के द्वारा सीएचसी प्रभारी को फर्जी नर्सिग होम व फर्जी चिकित्सको पर करवाई के लिए निर्देश भी दिया गया था जो महीनों से धूल फांक रही हैं।ऐसा देखने को मिल रहा हैं कि फर्जी नर्सिग होम और फर्जी चिकित्सको के यहां प्रतिदिन सीएचसी से जुड़े कई स्वास्थ्यकर्मी शाम ढलते ही उन फर्जी चिकित्सको के यहां होने वाली पार्टी में शामिल होकर उन्हें सरक्षण देते दिखते हैं।
इतना ही नहीं मुख्य पथ बने ऐसे कई फर्जी नर्सिग होम हैं जिनका मुख्य पेशा भ्रूण हत्या करना हैं।जबकि जानकारी के वावजूद सीएचसी के प्रभारी द्वारा कुछ नहीं किया जाता हैं जो उनके कार्यकलापों पर सवालिया निशान खड़ा करता हैं।
हालांकि लगभग पिछले एक महीने पूर्व में सीएचसी प्रभारी डॉ0 शीतल नरुल्ला से पूछा गया था तो उन्होंने बताया था कि फर्जी चिकित्सको व नर्सिंग होम की जांच के लिए टीम का गठन किया जा रहा हैं जो अभी तक न तो गठित किया गया न जांच हुई।
इसके पूर्व भी सीएचसी के तत्कालीन प्रभारी डॉ0नीरज द्वारा भी फर्जी चिकित्सको व नर्सिंग होम पर छापेमारी की गई थी लेकिन वे जब तक रहें न तो फर्जी नर्सिग होम बन्द हुए नाही फर्जी चिकित्सको पर करवाई हुई।