कानपुर आईटीआई को सेंटर ऑफ एक्लीलेंस बनाने की तैयारी, अफसरों ने कसी कमर

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लखनऊ/कानपुर बीपी डेस्क : प्रदेश की तकनीकी शिक्षा में जरूरी सुधार की दिशा में कई अहम कदम उठाए जाने हैं। इसी क्रम में सूबे के करीब दस पॉलिटेक्निक संस्थानों (आईटीआई) को सेंटर ऑफ एक्लीलेंस (सीओई) बनाये जाने का फैसला जल्द हो सकता है। इसके अंतर्गत बनने वाले सीओई केंद्रों में प्रदेश भर की भौगोलिक स्थित को ध्यान में रखा जायेगा। ताकि एक सेंट्रल से आसपास के जिलों के बच्चों को पढ़ने में आसानी हो सके। इसके तहत कानपुर, लखनऊ,  गाजियाबाद, प्रयागराज, झांसी, वाराणसी, गोरखपुर और आगरा के संस्थान शामिल किये जा सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो यह संस्थान प्रदेश के आदर्श संस्थानों के रूप में सामने आएंगे।

विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अफसरों से जल्द प्रस्ताव बनाने के लिये कहा गया हैं। प्राविधिक शिक्षा निदेशालय के विशेषज्ञ सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के ​लिए ब्लू प्रिंट तैयार करने में जुट गए हैं। सब कुछ ठीक रहा तो बहुत जल्द कैबिनेट बैठक में इस पर मुहर लग जायेगी।

सीओई में वह सब कुछ होगा, जो एक आदर्श पॉलिटेक्निक में होना चाहिए। विभागीय अधिकारी दस संस्थानों के चयन करने के नाम पर काम शुरू कर चुके हैं। इस पॉलिटेक्निक को सीओई में परिवर्तित किया जायेगा। कोशिश होगी, कि पूर्वी, मध्य, पश्चिमी और बुंदेलखंड प्राविधिक शिक्षा के सभी क्षेत्रों से दो दो संस्थानों को सूची में शामिल किया जाएगा। संस्थानों का चयन होने के बाद उन संस्थानों में एआईसीटीई की ओर से बताई गई कमियों को प्राथमिकता से दूर करने का कार्य किया जायेगा।

वाईफाई के संग स्मार्ट क्लास रूम का मजा लेंगे विद्यार्थी

आदर्श पॉलिटेक्निक सेंटरों में सारी सुविधाओं के ध्यान रखा जाएगा। सीओई वाले संस्थानों में शिक्षकों की कमी को दूर किया जाएगा। सीओई कैंपस में वाईफाई सुविधा रहेगी। ई-लाइब्रेरी, प्लेसमेंट सेल, सभी लैबों में उपयुक्त यंत्र, स्मार्ट क्लास रूम, वर्चुअल क्लास रुम, लैंग्वेज लैब और इनोवेशन सेल आदि को शामिल किया जाएगा।

इसके अंतर्गत बनने वाले सीओई केंद्रों में प्रदेश भर की भौगोलिक स्थित को ध्यान में रखा जायेगा। ताकि एक सेंट्रल से आसपास के जिलों के बच्चों को पढ़ने में आसानी हो सके। इसके तहत कानपुर, लखनऊ,  गाजियाबाद, प्रयागराज, झांसी, वाराणसी, गोरखपुर और आगरा के संस्थान शामिल किये जा सकते हैं।