झारखंड कोविड-19 : रांची के दो लाख बच्चों को लगेगी कोविड वैक्सीन

झारखंड

रांची, बीपी डेस्क। राजधानी रांची के बच्चों को आज रात से कोविड का टीका मिल सकेगा। जिन बच्चों की उम्र 12 से 14 साल होगी, उन्ही को कोविड वैक्सीनेशन लगेगी, जिसकी तैयारी सरकार ने पूरी कर ली है। रांची जिले के करीब 2.11 लाख बच्चों को बुधवार से कोविड टीका लगाया जाएगा। बच्चों को जो टीका लगेगा उसका नाम कोरबीवैक्स है।

बच्चों के टीकाकरण अभियान की शास्त्र सिविल सर्जन कार्यालय में सिविल सर्जन डा विनोद कुमार द्वारा किया जा रहा है। यह अभियान पूरे राज्य में एक साथ शुरू किया जा रहा है। जिसमें राज्य भर से करीब 16 लाख बच्चों को टीका दिया जाएगा। वैक्सीन के लिए शहर में दो सेंटर बनाए गए हैं। जहां पर वे ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा कर या सेंटर में ही रजिस्ट्रेशन कर वैक्सीन ले सकेंगे।

शहर के जिन दो सेंटर पर वैक्सीन दिया जाएगा उसमें राजकीय मध्य विद्यालय जगरन्नाथपुर और राजकीय मध्य विद्यालय पंडरा शामिल है। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र के 16 केंद्रों में बच्चों को वैक्सीन मिलेगा। यह केंद्र 13 प्रखंडों में बनाए गए हैं। सिविल सर्जन डा विनोद कुमार ने बताया कि केंद्र द्वारा ही जारी निर्देश के बाद इसकी शुरुआत की जा रही है। बच्चों को ना ही कोवैक्सीन और ना ही कोविशिल्ड दिया जाएगा। उनके लिए खास कोरबीवैक्स नामक वैक्सीन दिया जाना है।

उन्होंने बताया कि अभी दो केंद्र पर ही टीका मिलेगा। धीरे-धीरे वैक्सीन देने वाली टीम स्कूलों में जाकर बच्चों को वैक्सीन देगी। उन्होंने अभिभावकों से अपील की है कि वे 12 से 14 वर्ष के बच्चों को वैक्सीन दिलाने में मदद करें और वैक्सीन लेने के लिए सेंटर में संयमित रहें। इस वैक्सीन की दो खुराक दी जानी है, जो 28 दिनों के अंतराल में दी जाएगी।

वर्तमान में टीका सरकारी टीकाकरण केंद्रों में ही लगाया जाएगा। बच्चों के लिए अलग से स्कूलों में टीकाकरण केंद्र बनाया जाएगा, ताकि टीका लगाने में कोई परेशानी नहीं हो। यही नही सरकार द्वारा 60 साल से अधिक उम्र के सभी बुजुर्गों को बूस्टर डोज भी दी जाएगी।

इससे पहले सिर्फ 60 से अधिक उम्र के वैसे लोगों को ही बूस्टर डोज दी जा रही थी, जिन्हें गंभीर बीमारी थी। हालांकि राजधानी में स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन वर्करों ने बूस्टर डोज लेने में अधिक दिलचस्पी नहीं दिखायी। हेल्थवर्करों में सिर्फ 17 फीसदी और फ्रंटलाइन वर्करों में 25 फीसदी लोगों ने ही टीका लगवाया है।