स्टेट डेस्कः देवघर से 22 किमी दूर त्रिकूट पहाड़ पर रविवार को एक बड़ा हादसा हो गया। त्रिकूट रोपवे ऐन रामनवमी के दिन पर्यटकों की भारी भीड़ की मौजूदगी में टूट गया। तार टूट जाने की वजह से एक ट्रॉली ऊपर से गिर गयीं। चार-पांच ट्रॉलियां पहाड़ के पत्थरों में टकरा गई। हादसे में दो महिलाओं को अपनी जान गंवानी पड़ी। वहीं सोमवार दोपहर तक भी 12 ट्रलियों हवा में लटक रहीं हैं। सेना ने राहत व बचाव का काम शुरू कर दिया है। इधर, एनडीआरएफ द्वारा रेस्क्यू कर लाए गए सात घायलों को देवघर सदर अस्पताल में भर्ती किया गया है। सोमवार दोपहर करीब पौन दो बजे तक 19 लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है। जिसमें एक बच्ची को वायुसेना ने रस्सियों की मदद से उतारा गया। आईटीबीपी के सूत्रों के मुताबिक शाम तक सभी लोगों को बचा लिया जाएगा।
रेस्कयू कर निकाले गए एक बच्चे और महिला की स्थिति गंभीर बनी हुई है। रामनवमी को लेकर त्रिकुट रोपवे का आनंद लेने के लिए पर्यटकों की भारी भीड़ जुटी थी। अचानक एक तार टूट जाने की वजह से एक ट्रॉली ऊपर में गिर गई जबकि चार-पांच ट्रॉलियां आपस में लड़ने के साथ ही पहाड़ से टकरा गईं, जिससे ट्रॉलियों में बैठे कई यात्री बुरी तरह जख्मी हो गए। कईं ट्रॉलियां हवा में झूलती रहीं।
सोमवार को दोपहर तक एनडीआरएफ की टीम व वायुसेना के MI 17 की मदद से ट्रालियों में फंसे लोगों को खाना पानी देने के प्रयास जारी रखा गया है। हवा में फंसी ट्रॉलियों के भीतर बैठे लोगों की चित्कार से रातभर त्रिकूट की पहाड़ियां गूंजती रहीं। खिड़कियां के बंद होने से लोगों के दम घुटने लगा। तो लोगों ने शीशे तोड़कर अपनी जान बचाई।
घटना की जानकारी मिलने के बाद रामनवमी पर भागलपुर के भवानीपुर पहुंचे सांसद निशिकांत दुबे भी घटना स्थल पर पहुंच गए। उन्होंने घटना के बाबत गृह मंत्री अमित शाह से बातचीत की। सुबह से MI 17 की मदद से ट्रालियों में फंसे लोगों को रसद पहुंचाने का काम सेना ने संभाल लिया है।