झारखंड : जंगल में ग्रामीणों ने लगा दी आग, 200 से अधिक पौधे हुए नष्ट

झारखंड

झारखंड/ बीपी टीम : पिछले दिनों से बढ़ती गर्मी के साथ ही ग्रामीण इलाकों में महुआ चुनने वाले लोग जंगलों में आग लगा दे रहे हैं जिससे महुआ बिनने में आसानी हो। इस तरह की घटना लगातार सामने आ रही है। ग्रामीणों की इस लापरवाही से जंगल में आगजनी का खतरा बना हुआ है।

ग्रामीणों द्वारा जंगल में आग लगाने के बाद हवा चलने से आग अचानक धधक उठती है। आग धीरे-धीरे पूरे जंगल में फैल रही है। आग से पेड़ एवं छोटे छोटे पौधे के साथ-साथ जीव जंतु भी जल रहे हैं। इस आग से जंगलों में रहने वाले सभी प्रकार के जीव जंतु वन्य प्राणी का जीवन खतरे में पड़ गया है। जंगली जानवर इलाके से भाग रहें है। आग के कारण पुरा जंगल धुआं से भर गया है। बुधवार को नगर रेंज के झुमरी सुरक्षित वन में आग लग गई। घटना दोपहर करीब 2:00 बजे की बताई जा रही है।

जानकारी के अनुसार जंगल में आग लगने से छोटे-बड़े कुल 200 से अधिक पेड़ पौधे का नुकसान हुआ है। घटना के विषय में जानकारी देते हुए प्रभारी वनपाल प्रमोद यादव ने बताया कि भवनाथपुर रेंज के असली सुरक्षित वन होते हुए झुमरी जंगल में आग धीरे-धीरे फैलता हुआ है। ग्रामीण लोग महुआ चुनने के एवज में महुआ पेड़ के नीचे आज लगा देते हैं जिससे वन विभाग को भारी नुकसान हुआ है जिससे जंगल में लगाए गए छोटे बड़े 200 से अधिक पौधों का नुकसान हुआ है। प्रमोद यादव ने बताया कि ग्रामीण लोग जागरूकता के बाद भी महुआ चुनने के लिए महुआ पेड़ के नीचे आग लगाकर जंगलों को बर्बाद करना कानूनन अपराध है।

उन्होंने बताया कि वन विभाग द्वारा लगातार जंगलों में छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है। ऐसे लोग जंगलों में पकड़े जाने के बाद वन अधिनियम के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इधर जंगलों में आग लगने की सूचना मिलने के बाद वन कर्मी शशिकांत कुमार ने अग्निशामक वाहन के साथ घटनास्थल पहुंचकर आसपास के ग्रामीण लोगों की मदद व वन कर्मी के सूज भुज के कारण आधे घंटे में ही आग पर काबू पाने में सफल रहे।

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