DESK : बिहार में महागठबंधन में शामिल दो प्रमुख दल राजद और जेडीयू के बीच तनाव खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। इसी बीच जदयू के झारखंड प्रभारी सह बिहार सरकार के मंत्री डा. अशोक चौधरी ने कहा है कि नीतीश कुमार किसी की कृपा से बिहार के मुख्यमंत्री नहीं बने हैं। अशोक चौधरी ने आगे कहा कि वे अपनी काबिलियत से मुख्यमंत्री बने हैं। तेजस्वी यादव से संबंधित एक सवाल पर उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार का व्यक्तित्व ही ऐसा है कि भाजपा और राजद दोनों उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में स्वीकार करते हैं।
बता दें कि भाजपा के नेता लगातार यह दावा करते हैं कि नीतीश कुमार को उनकी कृपा से मुख्यमंत्री बनने का मौका मिला। डा. चौधरी ने रांची के स्टेट गेस्ट हाउस में मीडिया से बात करते हुए कहा कि वे अपनी कार्यशैली और कार्यप्रणाली से मुख्यमंत्री बने हैं। उन्होंने कहा कि जब नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री बने थे, तब बिहार का बजट 32 हजार करोड़ रुपये का था।
अगले विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव को बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट किया जाएगा या नहीं, इस सवाल पर पूरी सफाई से उन्होंने कहा कि अगले कुछ घंटे में उन्हें बिहार लौटना है, लेकिन उन्हें पता नहीं है कि जिंदा लौटेंगे या मुर्दा। ऐसे में 2025 में क्या होगा, अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहले ही यह कह चुके हैं कि अगला चुनाव तेजस्वी के नेतृत्व में लड़ा जाएगा।
एक सवाल पर उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश कुमार ने कभी नहीं कहा कि वे प्रधानमंत्री के उम्मीदवार हैं। उन्होंने एक बड़ा महागठबंधन तैयार करने की बात की थी। कोई भी गठबंधन हो, उसमें कांग्रेस का होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के बाद नीतीश कुमार इसे लेकर सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ मुलाकात करेंगे।