रांची/बीपी टीम : बुधवार को डॉक्टरो ने एक आठ साल के बच्चे के पेट से बिना चीर-फाड़ के सिक्का निकाला। बच्चा सिकेल सेल ट्रेट का मरीज है, जिसने गलती से दो रूपये का एक सिक्का दो दिन पहले ही निगल लिया था। जब बच्चे के पेट में दर्द होने लगा तो उसने अपने माता-पिता को ये बात बताई।
बच्चे के पिता परामर्श के लिये बच्चे को लेकर राज हस्पताल में डा रवीश रंजन के पास आये। गैस्ट्रोएंटरोलॉजी डा रवीश रंजन ने मरीज का एक्स रे करवा के देखा और उसके पेट में सिक्का फंसा हुआ है। मरीज के परिजनों की सहमति से डा रवीश रंजन ने तुरंत मरीज की एंडोस्कोपी कि और बिना किसी चीर-फाड़ के सिक्के को मरीज के पेट से बाहर निकाल लिया।
इलाज के बाद बच्चा बिलकुल स्वस्थ है और उसे तुरंत ही छुट्टी दे दी गयी। डा के कहा की अक्सर ही बच्चे ऐसी गलती कर जाते है। जहां छोटे बच्चे तो कुछ बोल ही नहीं पाते और बड़े बच्चे भी ऐसी गलती कर के परिजनों के डर के वजह से उन्हे बताते नहीं है। ऐसे में माता-पिता एवं परिजनों को ये ध्यान देना चाहिए की अगर बच्चा खाना नहीं खाये, बार-बार उल्टियां करें या पेट में दर्द की शिकायत करें तो तुरंत जांच करा के ये सुनिश्चित कर लेना चाहिए की बच्चे ने कोई वस्तू तो नहीं निगल ली है।
कई बार माता-पिता बच्चे के ऐसी शिकायत को समझ नहीं पाते और नजरअंदाज कर देते है। इसकी वजह से बच्चे गंभीर परिस्थियों और बिमारियों से ग्रसित हो जाते है। डा रवीश रंजन ने आगे बताया की इस तरह की परिस्थितियों में सामान्य रूप से सर्जरी के माध्यम से सिक्के या बाहरी वस्तु को बाहर निकाला जाता था लेकिन आज अत्याधुनिक एंडोस्कोपिक उपकरण उपलब्ध है। जिनके माध्यम से न केवल हम ये देख पाते है की पेट के अंदर किस विशेष हिस्से में समस्या है बल्कि बहुत सारी परिस्थितियों में हम एंडोस्कोपी के द्वारा ही इस तरह की समस्यों का निदान कर पाते है।
यह भी पढ़े..