फ़िल्म द कश्मीर फाइल्स का रिलीज होना शिया मुसलमानों पर सीधा वार है : अब्बास

Local news दिल्ली

सेंट्रल डेस्क। शिया मुसलमानों को आतंकवादी बताने वाली फिल्म द कश्मीर फाइल्स का ट्रेलर लांच होने पर वरिष्ठ शिया धर्मगुरु, ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव मौलाना यासूब अब्बास साहब ने कहा है कि इस्लामिक क्रांति के सबसे बड़े लीडर और ईरान के पूर्व सुप्रीम लीडर, आयतुल्लाह खोमैनी (र.अ.) जिन्हे शिया मुसलमानो में रहबर का दर्जा प्राप्त है, उन्हे जी स्टूडियो की 13 मार्च को रिलीज़ होने वाली फ़िल्म द कश्मीर फाइल्स में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने वाली भीड़ के बीच पोस्टर द्वारा ग़लत छवि स्वरूप दिखाया गया है।

फिल्म के ट्रेलर में आतंकवादियों की भीड़ जेहाद का नाम लेकर हिंदू पंडितो का कत्ल करने की बात कर रही है और उसी भीड़ में हथियार लिए कोई आतंकवादी, आयतुल्लाह खोमैनी साहब का पोस्टर लेकर ऐसे खड़ा है, मानो उन्ही के कहने पर आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम दे रहा हो। शिया मुसलमान जो कि कभी भी आतंकवाद में शामिल नहीं हुए और हमेशा खुद आतंकवाद का शिकार रहे, उन्हे इस फ़िल्म में इस तरह से दर्शाना बेहद शर्मनाक बात है।

हिंदू पंडितो से ज्यादा उत्पीड़न और कत्ल झेलने के बाद भी कश्मीर के शिया मुसलमान अमन प्रिय रहे हैं और हमेशा आतंकवादियों का सामना उन्ही ने भारत की सेना के सपोर्ट से डटकर किया है। ऐसे में इस फ़िल्म का रिलीज होना ना केवल भारतीय सेना नहीं, बल्कि शिया मुसलमानों और यहां तक के ईरान से भारत के संबंधों पर सीधा वार है।

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