आखिर अब तक क्यों नहीं हुआ फुलवरिया घाट पुल का निर्माण : अभिजीत सिंह

मोतिहारी

-कहा, ढाका विधायक केवल करते हैं जुमलाबाजी, सरकार पर भी निशाना साधा

मोतिहारी/राजन द्विवेदी। ढाका के विधायक के वादे और दावे केवल जुमलेबाजी है। अब 31 मार्च तो बीत चुका, क्या हुआ फुलवरिया घाट पुल निर्माण और वादे का कि 31 मार्च तक फुलवरिया घाट पुल चालू हो जाएगा। लेकिन हुआ वही जो हमेशा से करते आ रहे हैं। बीते कुछ दिनों पहले बड़े धूमधाम से भूमि पूजन हुआ परंतु आज भी स्थिति ज्यों के त्यों है। उक्त बातें आज ढाका विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी सह जाप के प्रदेश प्रवक्ता अभिजीत सिंह ने प्रेस वार्ता में कही। कहा कि ढाका विधानसभा की जनता पूछ रही है की आखिर कब बनेगा फुलवरिया घाट का पुल।

साथ ही सिंह ने कहा कि जन अधिकार पार्टी अप्रैल माह में स्थानीय विधायक के जुमलेबाजी व फुलवरिया घाट पुल निर्माण को लेकर धरना प्रदर्शन एवं आंदोलन पर विचार कर रही है। जिसके तहत स्थानीय विधायक का पोल खोल अभियान भी शुरू किया जाएगा। उन्होंने बिहार सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि आरा में महान पुरुष वीर कुंवर सिंह के बच्चों को नीतीश राज और एनडीए राज पुलिसिया गुंडागर्दी का शिकार होना पड़ा है। वहीं यह बताता है कि वीर कुंवर सिंह या यूं कहें की राजपूत समाज सत्ताधारियों के लिए केवल और केवल एक वोट बैंक बनकर रह गए हैं। ना इनकी सुरक्षा और ना हीं उनके लिए रोजगार की कोई भी सुविधा बिहार में उपलब्ध है। किस मुंह से हम वीर कुंवर सिंह जी की बलिदानों को व्याख्या करेंगे और कैसे 23 अप्रैल को हम उनकी जयंती को मनाएंगे यह शर्म आती है।

सिंह ने कहा कि बिहार की एनडीए सरकार से और यहां स्थानीय ढाका विधायक से ना हीं विकास का कोई काम हो पा रहा है और ना हीं ढाका विधानसभा के फुलवरिया घाट पुल निर्माण हो पाया। वहीं घोड़ासहन में बस स्टैंड की व्यवस्था नहीं हो सकी। अस्पतालों में एंबुलेंस की सुविधाएं नही बढ़ाई गई। बिहार में केवल हत्या, बलात्कार, महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल की हत्या, उनके बेटे रोहित का न्याय की खातिर आत्मदाह ने भी सरकार पर सवाल खड़े कर दिए। सदन चल रहा है फिर भी अभी तक किसी ने आवाज नहीं उठाई। जन अधिकार पार्टी और हमारे नेता पप्पू यादव को छोड़ समूचे बिहार में सत्ता और विपक्ष केवल और केवल शराब माफिया, जमीन माफिया से पैसे की उगाही में लगी है।

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