जिला कृषि टास्क फोर्स की बैठक में डीएम ने दिए निर्देश
मोतिहारी / राजन द्विवेदी। जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने अपने कार्यालय कक्ष में जिला कृषि टास्क फोर्स की बैठक की । जिसमें कृषि, पशु एवं मत्स्य संसाधन, गव्य विकास सहित जीविका के कार्यों की समीक्षा की गई। साथ ही पदाधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। डीएम ने कहा कि कहा कि जिला को जो लक्ष्य प्राप्त है इसका शत प्रतिशत उपलब्धि प्राप्त की जाए।
समीक्षा के क्रम में जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि खरीफ 2024 अंतर्गत राज्य स्तर से प्राप्त लक्ष्य के अनुरूप शत्-प्रतिशत बीज का वितरण पूर्ण कर लिया गया है। डीजल अनुदान योजनान्तर्गत 6317 आवेदन प्राप्त हुए हैं जिसमें 411 आवेदनों को स्वीकृत करते हुए राज्य सरकार के स्तर को भेजा गया है।
उक्त किसानों के बीच 774788 रूपया अनुदान राज्य स्तर से संबंधित कृषकों को डीबीटी के माध्यम से भेजा गया है। साथ ही कृषि यांत्रिकरण योजना अंतर्गत कुल 4738260 रूपये का भुगतान कृषकों के बीच किया गया है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना अंतर्गत ईकेवाईसी अंतर्गत 29251 किसानों का ईकेवाईसी लंबित है तथा एनपीसीआई अंतर्गत 18785 किसानों का एनपीसीआई लंबित है।
जिसे पूर्ण कराने हेतु सभी कृषि समन्वयक, प्रखंड तकनीकी प्रबंधक, सहायक तकनीकी प्रबंधक एवं किसान सलाहकार को निदेशित किया गया है। सहायक निदेशक रसायन द्वारा बताया गया कि मिट्टी नमूना लक्ष्य 25300 के विरूद्ध 21657 नमूना प्राप्त कार्यालय को प्राप्त हुआ है। जिसमें 1581 किसानों को स्वॉयल हेल्थ कार्ड वितरण किया गया है।
जिला पशुपालन पदाधिकारी के द्वारा बताया गया कि पशु चिकित्सा के लिए प्रतिमाह 8 चलंत पशु चिकित्सा शिविर लगाए जाने का लक्ष्य प्राप्त है। विगत जुलाई माह में आठ सहित इस वित्तीय वर्ष में अप्रैल से अभी तक 29 चलंत पशु चिकित्सा शिविर लगाया गया है जिसमें जुलाई माह सहित कुल 1267 पशुपालकों की भागीदारी हुई है।
इन शिविरों के माध्यम से 5953 पशुओं के लिए निशुल्क दवा का वितरण एवं चिकित्सीय परामर्श दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि नस्ल सुधार के लिए कृत्रिम गर्भाधान कार्य के अंतर्गत मैत्री द्वारा कुल 6976 पशुओं का कृत्रिम गर्भाधान कराया गया है। जिला पशुपालन पदाधिकारी ने बताया कि पशु स्वास्थ्य रक्षा कार्यक्रम अंतर्गत लंपी स्किन रोग के विरुद्ध 361265 टीकाकरण, पीपीआर के विरुद्ध 753002 टीकाकरण तथा ब्रूसेलोसिस के विरुद्ध 31538 टीकाकरण का कार्य किया गया है।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में पूर्वी चंपारण जिला अंतर्गत 18 कृत्रिम गर्भाधान केंद्र कार्यरत हैं। राष्ट्रीय गोवंश नस्ल सुधार एवं डेयरी विकास कार्यक्रम अंतर्गत सभी पंचायत में पशु नस्ल सुधार के लिए कृत्रिम गर्भाधान कार्य हेतु मैत्री द्वारा कार्य किया जाएगा। मैत्री के रूप में दसवीं उत्तीर्ण स्थानीय बेरोजगार युवकों को स्वरोजगार के लिए चयन किया जाना है। वर्तमान में जिला अंतर्गत कुल 25 मैत्री द्वारा चयनित पंचायत में कृत्रिम गर्भाधान का कार्य किया जा रहा है।