चंपारण : झपटमार गिरोह से लड़ने वाली बहादुर सलोनी जिंदगी की जंग हार गई, मुआवजे की मांग

मोतिहारी

मोतिहारी / राजन द्विवेदी। ट्रेन में झपटमार गिरोह के उचक्के से भिड़ने के बाद ट्रेन की चपेट में आकर जख्मी हुई बहादुर लड़की सलोनी ने पीएमसीएच पटना में इलाज के दौरान अपनी जिंदगी से जंग में आज सुबह हार गई।
सलोनी कुमारी की मौत उपचार के दौरान शुक्रवार की सुबह पीएमसीएच पटना में हो गई।

बता दें कि जिले के मसनाडीह रेलवे स्टेशन के समीप स्थित उंचीडीह गांव निवासी प्रमोद पांडेय की पुत्री सलोनी पिछले रविवार को दरोगा की परीक्षा देने तुरकौलिया जा रही थी। इसी बीच सुगौली रेलवे स्टेशन पर झपटमार गिरोह का सदस्य उसका मोबाइल छीनकर भागने लगा। मोबाइल बचाने के चक्कर वह उचक्के से भिड़ गई और खुब लड़ी।

इसी दौरान बदमाश ने उसे में चलती ट्रेन से नीचे धकेल दिया। जिससे उसका एक हाथ व एक पैर कट गया था। सुगौली रेल पुलिस व जीआरपी पुलिस ने उपचार हेतु सुगौली पीएचसी में भर्ती कराया, फिर वहां से बेहतर उपचार के लिए मोतिहारी रेफर कर दिया गया। इसके बाद मोतिहारी से उसे पटना पीएमसीएच भेज दिया गया था। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।

मृतका सलोनी के पिता प्रमोद पांडेय खेतीबाड़ी कर अपने परिवार की परवरिश करते हैं। सलोनी की मौत की खबर से पूरे गांव में मातमी सन्नाटा छा गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। प्रमोद पांडेय की पत्नी रीना देवी उंचीडीह वार्ड नम्बर 5 की वार्ड सदस्य हैं। पैर कट जाने के बाद भी 6 दिन तक जिंदगी और मौत से जंग लड़ती रही। अंततः जिंदगी से जंग हार गई।

मृतका का पटना में पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। वहीं, ग्रामीण शव आने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। वहीं उसकी मौत के बाद समाजसेवी पत्रकार राजन द्विवेदी, समाहरणालय के वरिष्ठ कर्मचारी गोपाल जी मिश्रा, पूर्व लोकसभा प्रत्याशी अनिकेत पांडेय ने सरकार से पीड़ित परिवार को मुआवजा देने एवं बढ़ते अपराध पर शीघ्र अंकुश लगाने की मांग किया है।