मोतिहारी / राजन द्विवेदी। उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि मोतिहारी में महात्मा गांधी जी के नाम केंद्रीय विश्वविद्यालय होना बड़ी बात है। जहां गांधी जी ने आजादी के लिए सत्याग्रह किया यानी सत्य के लिए आग्रह किया। जिसमें पूरे देश भर में आजादी के लिए हवन में चंपारण की आहुति का योगदान सर्वश्रेष्ठ रहा। वैसे में यहां के केंद्रीय विश्वविद्यालय में बच्चों की शिक्षा राष्ट्रभावना एवं राष्ट्र सेवा की चेतना लबरेज करगी।
महामहिम उप राष्ट्रपति आज महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के दूसरे दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे। यह विश्वविद्यालय अपने पहले दीक्षांत समारोह से भी गौरवशाली हो गया जब पहले दीक्षांत समारोह में जब देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति ने शिरकत की।
अब मैं भी महात्मा गांधी जी के कर्मभूमि पर आकर धन्य हो गया हूं। उन्होंने कहा कि भारत पहले वाला नहीं रहा। जब बिजली बिल, पानी बिल, रेल टिकट जैसे अन्य बिल जमा करने के लिए लंबी लाइन लगानी पड़ती थी। अब सारी दुनिया आपकी मुठ्ठी में है। भारत अब पूरे विश्व का सिरमौर बन गया है। आर्थिक स्थिति में लगातार छलांग लगा रहा है।
उन्होंने छात्रों को नसीहत देते हुए कहा कि यह दीक्षांत समारोह आप सभी के शिक्षा का अंत नहीं है। आप जीवन पर पढ़िए और अच्छी सीख से अपने आसपास और साथ रहने वाले साथियों और परिजनों को सिखाएं और उनसे भी अच्छी शिक्षा ग्रहण करें। कहा कि अगर आप पुष्ट हो तो नदी में खड़ा होने पर एक जगह बने रहने के पानी में कदमताल करना जरूरी होता है। उसी प्रकार अपने जीवन में कुछ सिखते पढ़ते रहें।
मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में राज्य राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेंकर, पूर्व केंद्रीय मंत्री सह सांसद राधामोहन सिंह एवं कुलपति प्रो संजय श्रीवास्तव मौजूद थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलाधिपति पद्मश्री महेश शर्मा ने किया।