चंपारण : जहरीली शराब मामलों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का दोहरा है चरित्र: राधामोहन सिंह

मोतिहारी

-बीमार लोगों से सदर अस्पताल में पहुंच जाना उनका हाल

मोतिहारी/राजन द्विवेदी। पूर्वी चंपारण जिले के विभिन्न हिस्सों में जहरीली शराब पीने से 22 लोगों की हुई संदिग्ध मौत के बाद हड़कंप मच है। जबकि शराब पीने के बाद बीमार पड़े लोगों से मिलने के लिए आज सांसद राधामोहन सिंह सदर अस्पताल पहुंचे और उनके इलाज व्यवस्था का हाल जाना। जानकारी के मुताबिक अभी तक 12 लोग अस्पताल में भर्ती है। शहर के डीएम और एसपी बीमारी लोगों को अस्पताल में देखने नहीं पहुंचे हैं।

जबकि बीजेपी सांसद राधामोहन सिंह के साथ गोविंदगंज विधायक सुनील मणि तिवारी सदर अस्पताल पहुंचे और बीमार लोगों से मुलाकात की। सांसद राधामोहन सिंह और विधायक सुनील मणि तिवारी सदर अस्पताल पहुंचकर इलाजरत लोगों से मिले और घटना की जानकारी ली. इसके साथ ही बीमारी लोगों और परिजनों से मिलकर उनके स्वास्थ्य के बारे में पूछताछ की। सांसद ने कहा कि शराब कोरोबारी को चिन्हित कर दंडित करने के साथ पीडितों के परिजन को मुआवजा देने की मांग राज्य सरकार से करता हूं।

पूर्वी चंपारण में शराब पीने से मौत के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पटना में दिए बयान पर पलटवार करते हुए पूर्व केन्द्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने कहा कि पहले तो शराब से मौत और बीमारी होने के बाद मुआवजा दिया जाता था. जबकि अब यह सरकार दोहरे चरित्र का काम कर रही है। इससे पहले गोपालगंज में शराब से हुई मौत के पीड़ितों को मुआवजा दिया गया. जबकि अब कहते है कि मुआवजा नहीं दिया जाएगा। यह कैसी नीति है। शराबबंदी के बाद भी शराब बिक रही है। इससे साफ तौर पर देखा जा सकता है कि यह सरकार और प्रशासन की विफलता है।