मोतिहारी/ राजन द्विवेदी। स्मार्ट मीटर (विद्युत) के विरोध में आज अधीक्षण अभियंता (विद्युत) कार्यालय कचहरी चौक के सामने 11 बजे पूर्वाहन कांग्रेसियों ने विरोध प्रदर्शन किया एवं जिला पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। कर्यक्रम में अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस कमिटी के सचिव सह प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी सचिव सुशील कुमार पासी उपस्थित रहे।
मौके पर जिला अध्यक्ष ई. शशि भूषण राय उर्फ गप्पु राय ने कहा कि गरीब जनता पर स्मार्ट मीटर योजना थोपकर राज्य सरकार अडानी-अम्बानी को फायदा पहुंचाने का कुत्सित प्रयास कर रही है। जनता को परेशान करने के लिए जबरन इसे उनके घरों में लगाया जा रहा है।
श्री राय ने आरोप लगाया कि यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की संयुक्त लूट योजना है। अब प्रखंड से लेकर जिला मुख्यालयों तक इस मुद्दे पर कांग्रेसजन जनता की लड़ाई लड़ेंगे। बताया कि प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह के निर्देशानुसार स्मार्ट मीटर योजना के विरुद्ध राज्यस्तरीय धरना और प्रदर्शन का आयोजन किया गया है।
सुशील कुमार पासी ने कहा कि डबल इंजन सरकार ने स्मार्ट मीटर में अडानी अंबानी के माध्यम से बिहार के गरीब जनता का शोषण करा रही है। जैसा कि आपको मालूम है कि बिहार में मोदी-नीतीश की सरकार, पूरे प्रदेश में पुराने बिजली के मीटर को हटा कर नया मीटर “स्मार्ट मीटर” के नाम से लगा रही है, पर इस स्मार्ट मीटर में कई बड़ी खामियां हैं।
स्मार्ट मीटर लगाने वाली एजेंसी और सरकार षड्यंत्र रच कर, आम जनता को लूटने का काम कर रही है और बिजली देने के बदले जबरन अधिक राशि वसूल रही है। चुकि ये स्मार्ट मीटर है, इसलिए इसमें घर-घर जाकर बिजली का बिल देखने की व्यवस्था नहीं है। इसे केन्द्रीयकृत तरीके से संचालित किया जा रहा है और मनमाने ढंग से पैसे की वसूली की जा रही है।
इस प्रिपेड व्यवस्था से उपभोक्ताओं को कई तरह की कठिनईयों का सामना करना पर रहा है। वहं इस व्यवस्था के जरिये पूरी तरह से, लूट-तंत्र का माहौल बन गया है। बिना सूचना दिये बिजली काट दिए जाने की घटनाएं आये दिन घट रही है। जो कि एक अमानवीय कृत्य है। आपको ज्ञात हो कि दूनिया में कोई भी सेवा प्रदाता, सेवा देने के उपरांत ही सेवा शूल्क का भुगतान मांगता है, फिर बिहार सरकार के बिजली विभाग को सेवा देने से पूर्व ही भुगतान क्यूं चाहिए ?
इसके पिछे डबल इंजन सरकार की मंश सिर्फ यही है कि यदि पैसा पहले ले लें और उसके बाद मनमाने ढंग से कटौती कर लें, तो जनता जाएगी कहां ? स्मार्ट मीटर में किस दर से बिजली की कटौती होती है इसका कोई लेखा-जोखा उपभोक्ताओं को नहीं मिल पाता है, मजबूरन बिहार के उपभोक्ता, मनमाने बिल का भुगतान करने को विवश हैं। स्मार्ट मीटर में अधिक बिल कटौती के लिए कोई समाधान सेल नहीं बनाया गया है और न ही इन समस्याओं को पारदर्शी तरीके से सुनने की कोई व्यवस्था ी की गई है।
यह मोदी-नीतीश सरकार की भविष्य में बिहार की गरीब जनता से प्रतिवर्ष लगभग 10000 हजार करोड़ रुपए लुटने की योजना है, जो तीव्र गति से कार्यान्वित होती जा रही है। सरकार, सरकारी अधिकारी और अडानी जैसे स्मार्ट मीटर की एजेंसी के द्वारा मिलकर जनता के गाढ़ी कमाई को लूटने की योजना के तहत, जबरन जनता पर यह स्मार्ट मीटर योजना थोपना, सरकार के अधिनायकवाद एवं हिटलर शाही प्रृत्ति को परिलक्षित करता है।
माननीय उच्चतम न्यायालय के अनुसार बिजली उपभोक्ताओं के सहमति से ही, स्मार्ट मीटर बिजली विभाग लगा सकती है, लेकिन बिहार में बिजली विभाग न्यायालय के आदेश को भी अनदेखा करते हुए, जबरदस्ती सभी घरों में स्मार्ट मीटर लगा रही है। बिजली विभाग ने स्मार्ट मीटर लगाना अब अनिवार्य कर दिया है, जो लोग नहीं लगाना चाहते हैं, उनके साथ जबरदस्ती की जा रही ह।
और न लग पाने के क्रम में बिजली उपभोक्ताओं पर थाने में केस/शिकायत भी दर्ज करवा रही है। इन सभी समस्याओं का गंभीरता से संज्ञान लेते हुए, कांग्रेस पार्टी जनहित में इसका पूरजोर विरोध कर रही है। साथ ही मांग करती है कि स्मार्ट मीटर को हटा कर पहले की तरह पोस्टपेड मीटर को ही सभी घरों में लगाया जाय। इस स्मार्ट मीटर के खिलाफ, बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी अभियान चला रही है। गर हमारी सरकार के बिहार में आते ही, प्रत्येक घर को 200 यूनिट बिजली मुफ्त दी जाएगी।
साथ ही आ आज जिला कांग्रेस कमिटी कार्यालय कांग्रेस आश्रम बंजरिया पंडाल में बिहार प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी सचिव सुशील कुमार पासी ने समीक्षा बैठक में शामिल हुए तथा एक-एक करके सभी प्रखंड अध्यक्षों एवं जिला कांग्रेस के पदाधिकारियों से बाते भी किये। तत्पश्चात सदाकत आश्रम पटना में 21 क्टुबर को बिहार केसरी बाबू श्री कृष्ण सिंह की मनाने वाली जयंती की तैयारी को लेकर बाते की गई।
मौके पर जिला अध्यक्ष ई. शशि भूषण राय उर्फ गप्पु राय ने सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा की बाबू श्रीकृष्ण सिंह एक महान राजनेता, समाज सेवी, और स्वतंत्रता सेनानी थे। उन्होंने बिहार के विकास और समृद्धि के लिए बहुत काम किया और उनकी विरासत आज भी बिहार के लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनकी जयंती पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में उनके जीवन और कार्यों को याद किया जाता है और उनकी विरासत को आगे बढ़ाने के लिए प्रयास किया जाता है।
मौके पर बृजेश पांडेय, शैलेंद्र कुमार शुक्ला, रामप्रीत राय, विजय शंकर पांडे, शैलेंद्र कुमार सिंह, मुमताज अहमद, अखिलेश्वर प्रसाद यादव उर्फ भाई जी, सत्येंद्र नाथ तिवारी, संजीव कुमार सिंह, बच्ची पांडे, मुन्न साहनी, ओसैदूर रहमान, अरुण प्रकाश पांडे, अमरेंद्र कुमार सिंह, धनंजय तिवारी, डॉ० ललन राम, बृजभूषण पांडे, डॉ० अफरोज आलम, राहुल शर्मा, रंजन कुमार शर्मा, डॉ० कुमकुम सिन्हा, जन्मोत्री ममता निषाद, प्रेम शुक्ला, अवध किशोर मिश्रा, राजेंद्र तिवारी, अजय कुमार झा, उमाशंकर यादव, संजय कुमार पांडे, दिग्विजय सिंह, श्रीकांत मिश्रा, मुक्तिनाथ झा, चमन जायसवाल, देवेश त्रिपाठी,
मनोरंज तिवारी, आबिद हुसैन मुख्या, आबिद हुसैन, महेंद्र पाठक, सुजय गांधी, रंजीत पांडे, राजकुमार यादव, राजकुमार अंजुमन, विश्वनाथ प्रसाद चौरसिया, शिवकुमार जायसवाल, अवधेश सिंह, नंदकिशोर चौबे, रमेश कुमार श्रीवास्तव, नियाज अहमद खान, अहमद अली, संतोष कुमार बबलू, संजय यादव, वीरेंद्र राम, राहुल कुमार, अजीत कुमार मिश्रा, बजेंद्र तिवारी, गुगुल ठाकुर, हरीकिशोर पटेल, रमेश साहनी, परशुराम पांडेय, नीतू कुमारी, विंध्याचल यादव,कामिल अख्तर आदि लोग उपस्थित रहे।