कहा, विपक्षी नेताओं पर हो रहे हैं शारीरिक हमले और झूठे मुकदमे
मोतिहारी / राजन द्विवेदी। केंद्र की मोदी सरकार द्वारा देश के संविधान एवम धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक व्यवस्था का उल्लंघन कर सांप्रदायिक कॉरपोरेट फासीवादी व्यवस्था लागू करने के खिलाफ भाकपा माले द्वारा आज संविधान बचाओ,लोकतंत्र बचाओ!मोदी हटाओ ,देश बचाओ अभियान शुरू किया। कार्यक्रम की शुरुआत आज बिहार के महान समाजवादी नेता भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर के जन्म शताब्दी के मौके पर टाउन थाना के नजदीक स्थित उनके मूर्ति पर माल्यार्पण करके हुई जो 30 जनवरी महात्मा गांधी के शहादत दिवस तक चलेगा।
क्षमौके पर भाकपा माले राज्य कमिटी सदस्य सह नगर सचिव विष्णुदेव प्रसाद यादव,पार्टी के वरिष्ठ नेता भैरव दयाल सिंह, अच्युतानंद पटेल ,भाग्यनारायण चौधरी, ऐपवा जिला संयोजक शबनम खातून, युवा गांधीवादी संजय सत्यार्थी, नगर कमिटी सदस्य रंजन कुमार, कुंदन कुमार, विनय यादव, नारायण साह बेबी खातून ,रमेश उपाध्याय आदि नेताओं ने कर्पूरी ठाकुर के प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया।
इस अवसर पर एक सप्ताह तक चलनेवाले जन संकल्प अभियान की शुरुआत करते हुए नेताओं ने कहा कि आज मोदी सरकार की लोकतंत्र व संविधान विरोधी कार्रवाइयो की वजह से देश खतरे में है। आजादी के बाद जो संविधान लागू किया गया उसमे सरकार (राजसत्ता)की भूमिका भी तय है।कोई भी सरकार किसी धर्म विशेष का पक्षपोषण नही करेगी और न किसी धर्म के प्रति विद्वेष रखेगी,सभी धर्मों का एक बराबर सम्मान किया जाएगा।
सरकार सबके धर्म, अभियक्ति, पूजा, उपासना की आजादी की रक्षा करेगी। लेकिन मोदी सरकार आरएसएस के एजेंडे को लागू करने के लिए पूरी सरकारी तंत्र को झोंक दिया है।और धर्म, क्षेत्र,भाषा के नाम पर नफरत फ़ैलाने की राजनीति कर कर रही है। धार्मिक उन्मादी भीड़ को सत्ता संरक्षण में हिंसा भड़काने की छूट दे दी गई है।
आज आमलोग ,छात्र नौजवान,मजदूर,किसान और दलित आदिवासियों के लोकतांत्रिक अधिकारों पर लगातार हमले हो रहे है।उनकी आवाज को दबाने के लिए सता का दुरुपयोग किया जा रहा है।विपक्षी नेताओं पर शारीरिक हमले हो रहे हैं।
झूठे मुकदमे करके तंग किया जा रहा है। जिस लोकतंत्र अंतिम सांस जिन रहा है।इसलिए देश के संविधान व लोकतंत्र को बचाने के लिए मोदी सरकार को हटाना जरूरी है।यदि 2024 में मोदी सरकार वापस आयेगी तो हिंदू राष्ट्र के नामपर मनुवादी शासन व्यवस्था लागू कर दिया जाएगा।इस खतरे से निबटने के लिए सबको एकजुट होने की जरूरत है।