मोतिहारी / राजन द्विवेदी। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डायलेसिस कार्यक्रम के अंतर्गत राज्य के सभी जिले में जरूरतमंद मरीजों को डायलेसिस की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। दिसंबर 2024 तक राज्य के 6 लाख 30 हजार 312 जरूरतमंद मरीजों को डायलेसिस की सुविधा सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध करायी गयी है।
इस दौरान 8 हजार 302 मरीजों का डायलेसिस सेवा के लिए निबंधन किया गया है। राज्य में अभी कुल 306 डायलेसिस मशीनें क्रियाशील है। पीपीपी मोड में चयनित स्वास्थ्य संस्थानों में डायलेसिस की सुविधा प्रदान की जा रही है।
राज्य में पीपीपी मोड में भी हैदराबाद की दो एजेंसी नेफ्रोकेयर हेल्थ सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड एवं अपोलो डायलेसिस सर्विसेज द्वारा मरीजों को डायलेसिस की सुविधा प्रदान की जा रही है। नेफ्रोकेयर हेल्थ सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा सदर अस्पताल मोतिहारी, बिहारशरीफ, गोपालगंज, जमुई, लखीसराय, शेखपुरा, बांका, नवादा, सीतामढ़ी, शिवहर,
मुजफ्फरपुर, सारण, सिवान, खगड़िया, हाजीपुर, बेतिया, बेगूसराय, मुंगेर तथा जवाहर लाल नेहरु मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, भागलपुर में डायलेसिस की सुविधा प्रदान की जा रही है. अपोलो डायलेसिस सर्विसेज द्वारा सदर अस्पताल बक्सर, अरवल, समस्तीपुर, अररिया, सुपौल, मधुबनी, किशनगंज, औरंगाबाद,
सासाराम, मधेपुरा, पूर्णिया, भोजपुर, कैमूर, कटिहार, सहरसा, जहानाबाद तथा एनएमसीएच, पटना, अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, गया, एवं दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, दरभंगा में डायलेसिस की सुविधा प्रदान की जा रही है।
यह प्रयास किया जा रहा है कि राज्य के जरूरतमंद लोगों को सरकारी चिकित्सीय संस्थानों में डायलेसिस की गुणवत्तापूर्ण सेवा उपलब्ध हो सके। सरकार द्वारा सभी क्रियाशील डायलेसिस यूनिट का नियमित अनुश्रवण किया जाता है और इसकी निगरानी की जाती है। इन डायलिसिस केंद्रों पर राज्य के राशन कार्डधारियों को निशुल्क एवं अन्य को निर्धारित मामूली दर पर डायलेसिस की सेवा प्रदान की जा रही है।