चंपारण : पाकिस्तान कनेक्शन वाला नकली नोट तस्कर नजरे सद्दाम सहित दो अन्य गिरफ्तार

मोतिहारी

मोतिहारी / राजन द्विवेदी। जिले के रक्सौल में बीते 7 दिनों के अंदर दूसरी बार नकली भारतीय नोट पकड़े गए हैं। पुलिस ने इस बार नकली नोट गिरोह के सरगना नजरे सद्दाम को भी 2 लोगों के साथ अरेस्ट किया है। वह नेपाल से इंडिया आ रहा था। पुलिस ने इनके पास से 2 लाख रुपए की नकली इंडियन करेंसी भी जब्त की है। मोतिहारी एसपी कांतेश मिश्रा ने इसकी पुष्टि की है।

इससे पहले 29 अगस्त को छौड़ादानो थाना इलाके में नहर के रास्ते एक लाख 44 हजार रुपए के जाली नोट लेकर आ रहे आशिफ राज को पुलिस ने पकड़ा था।मोतिहारी में इस साल नकली नोटों के पकड़ाने का यह चौथा मामला है। इसमें अकेले रक्सौल इलाके में ही पुलिस कार्रवाई की यह तीसरी घटना है।

रक्सौल में पकड़े गए नजरे सद्दाम से फिलहाल कई जांच एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं। जानकारी के अनुसार वह मूल रूप से भागलपुर का रहनेवाला है। पाकिस्तान और बांग्लादेश से नकली नोट लेकर नेपाल के रास्ते इंडिया लाने का एक्सपर्ट है।

नजरे सद्दाम पर जम्मू कश्मीर पुलिस, लखनऊ पुलिस, मुजफ्फरपुर पुलिस, आईबी और इमिग्रेशन समेत कई एजेंसियों की नजर थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार उसके इंडिया आने की तैयारी की जानकारी एक माह पहले ही मिली थी। तब से ही पुलिस टीम लगातार सतर्क थी।मोतिहारी एसपी कांतेश मिश्रा के अनुसार नजरे सद्दाम के अपने सहयोगियों के साथ रक्सौल के रास्ते इंडिया आने की गुप्त सूचना मिली थी।

इसके बाद जाल बिछा कर रक्सौल अनुमंडल क्षेत्र से तीनों को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से 2 लाख रुपए की भारतीय नकली करेंसी बरामद हुई है। पुलिस और जांच एजेंसी फिलहाल उसे गुप्त जगह पर रख कर पूछताछ कर रही है।

बता दें कि इसी साल 4 मई को लोकसभा चुनावों के दौरान भी मोतिहारी पुलिस ने कोटवा थाना इलाके में यूपी से आए 2 तस्करों को गिरफ्तार किया था। इनके पास से 12 लाख 90 हजार रुपए के नकली भारतीय जाली नोट मिले थे। बताया गया कि इन रुपयों को लोकसभा चुनाव में बांटने के लिए लाया गया था।

हालांकि यह जानकारी नहीं मिल सकी कि किस पार्टी ने पैसा मंगवाया था।इससे पहले 7 फरवरी को रक्सौल से पुलिस ने जाली नोट के साथ 4 लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने इनके घर से जाली नोट के साथ उसे बनाने में इस्तेमाल होने वाले प्रिंटर, इंक और कागज भी जब्त किए थे। चारों आरोपी सीवान के रहने वाले थे।