चंपारण : कटाव से विस्थापित परिवारों को घर की हुई समस्या, सामुदायिक किचेन बंद

मोतिहारी

लगभग दो दर्जन परिवारो का आशियाना बना विद्यालय

संग्रामपुर / उमेश कुमार। गण्डक नदी का जलस्तर तो कम हो गया है, लेकिन पुछरिया बाबू टोला व मलाही टोला के वैसे दो दर्जन परिवार आज भी चंपार तटबंध व प्रभु टोला विद्यालय के कमरों में शरण लिए हुए हैं। जिनका घर गंडक नदी देखते देखते निगल गयी। पीड़िता राधिका कुंवर, नीलू देवी पूजा देवी, चंदा देवी ने बताया कि शनिवार से समादायिक किचेन भी बंद हो गया।

खाना भी नही मिल रहा है। किसी तरह सूखा भोजन कर जिंदगी बीत रहा है । वही अनिल सिंह,पलटू सिंह, गणेश सिंह, रामदेव, रतन सिंह चंपारण तटबन्ध व सगे सम्बन्धियों के शरण लिये हुए हैं। विद्यालय में रहने वाले पीड़ित कलावती कुंवर ने रोते हुए बताया कि अगर प्रशासन के द्वारा विद्यालय से हटाया जाता हैं तो आखिर हम सब परिवार व बच्चे के साथ कहा जाएंगे।

प्रमुख सुनीता देवी प्रतिनिधि नितेश कुमार ने सरकार से पीड़ितों को वासकित जमीन व घर बंनाने हेतु सहायता राशि देने की मांग की है। ताकि इनके रहने खाने की समस्या दूर हो सके।