चंपारण : सैन्य सम्मान के साथ लाइंस नायक आफताब आलम सिद्दीकी नम आंखों के aबीच हुए सुपुर्दे खाक

मोतिहारी

मोतिहारी/राजन द्विवेदी। मोतिहारी जिले के मेहसी थाना क्षेत्र स्थित मिर्ज़ापुर निवासी हैदर अली का फौजी पुत्र लाइंस नायक आफताब आलम सिद्दीकी तिरंगा में लिपटा हुआ शव घर पहुंचा। जहां नम आंखों के साथ मिर्जापुर स्थित करबलाह मैदान में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। उधर, शव के पहुंचते ही इस वीर के अंतिम दर्शन के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। जाती धर्म की दूरियां मिट गई। लोगो ने अश्रुपूरित नेत्रों से अंतिम विदाई दी।

google.com, pub-3161711413977012, DIRECT, f08c47fec0942fa0

मौके पर जाट रेजिमेंट सूबेदार सुबोध कुमार के नेतृत्व में पहुंचे सेना के जवानों ने गॉड ऑफ ऑनर के साथ दी अंतिम विदाई। साथ ही 25 चक्र गोलियां चलाई। अंतिम विदाई के समय सैन्य अधिकारी भी फफक पड़े। थल सेनाध्यक्ष व बेस कैंप के तरफ से कब्र पर सैन्य अधिकारी ने चढ़ाई रीठे। इनके जनाज़ा की नमाज में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। मिली जानकारी के अनुसार लाइंस नायक आफताब आलम सिद्दीकी 2007 में थल सेना में शामिल हुए थे।

लाइंस नायक आफताब आलम सिद्दीकी बड़े ही बहादुर, ईमानदार और मिलनसार व्यक्ति थे। बीते 25 सितम्बर को करीब दो बजे महाराष्ट्र पुणा अहमद नगर बेस कैंप में सड़क दुर्घटना के कारण उनकी मौत हो गई थी। जिसे पुणा हवाई अड्डा से फौज के एयर एंबुलेंस से शव को पटना लाया गया। जिसके बाद एम्बुलेंस से पैतृक गांव लाया गया।

लाइंस नायक आफताब आलम सिद्दीकी दो भाई और दो बहन के साथ कसाथ माता पिता जिंदा है। लाइंस नायक आफताब आलम सिद्दीकी का विवाह 2017 में हुआ था और इनके दो बच्चे हैं ।बड़ी लड़की आमैरा सिद्दीकी 3 वर्ष और छोटा लड़का वज़ैल सिद्दीकी 8 माह का है। जिला प्रशासन का नेतृत्व प्रखंड विकास पदाधिकारी सलोनी शरण व थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार सिंह ने किया।